READ: आॅपरेशन के बाद युवक की मौत, परिजनों का हंगामा पुलिस अधीक्षक प्रदीपमोहन शर्मा ने बताया कि लूट में रूपाहेली के भैरूलाल वैष्णव व द्वितीय वर्ष के छात्र प्रहलाद लखारा मुख्य साजिशकर्ता रहे है। खास भूमिका भैरूलाल ने निभाई। दोनों समेत रूपाहेली हाल अहमदाबाद निवासी सत्तू उर्फ सत्यनारायण कुमावत, उसके भाई राधेश्याम कुमावत को गिरफ्तार किया गया है। प्रकाश कुमावत फरार है। साजिशकर्ता भैरू गांव में मोबाइल की दुकान चलाता है। अहमदाबाद रह रहे सत्यनारायण, राधेश्याम और प्रकाश के खिलाफ अहमदाबाद और भीलवाड़ा जिले में नकबजनी और चोरी के कई मामले दर्ज है।
READ: भ्रष्टाचार व कामचोरी पर रोकथाम के लिए यूआईटी में सीसीटीवी से होगी पहरेदारी यूं रची साजिश बनेड़ा निवासी जाकिर खां का डिस्कॉम में बिजली बिल का कलेक्शन का ठेका है। गांव के सफीक मोहम्मद पार्टनर है। सफीक मोहम्मद रूपाहेली और जाकिर डोडणिया का खेड़ा गांव में रोजाना बिल कलेक्शन करने जाते है। जिस जगह कलेक्शन होता है उसके पड़ोस में भैरू वैष्णव का मकान है। भैरू को पता था कि ठेकेदार रोज बड़ी राशि लेकर रवाना होते हैं। इसके चलते उसने गांव में ही रह रहे प्रहलाद को इसमें शामिल किया। दोनों ने साजिश रची।
भैरू ने अपनी मोटरसाइकिल ली। प्रकाश और सत्यनारायण को पीछे बैठाया। ठेकेदार पर निगाह के लिए प्रहलाद रूपाहेली में था। जैसे ही ठेकेदार रवाना हुए प्रहलाद ने सूचना भैरू को दे दी। भैरू, प्रकाश और सत्यनारायण रास्ते में खड़े हो गए। ठेकेदार के निकट आते ही नकाब पहने प्रकाश और सत्यनारायण ने आंख में मिर्ची फेंक दी। बैग छीनने के बाद बाइक चालू कर खड़े भैरू साथियों को बैठा भगा ले गया। हाइवे पर पहले से प्रकाश कार लेकर खड़ा था। वहां पांचों ने राशि बांटने के बाद तीनों कार से वापस अहमदाबाद रवाना हो गए जबकि भैरू और प्रहलाद गांव आ गए।
26 नवम्बर ठेकेदार जाकिर खां व सफीक मोहम्मद रूपाहेली और जाकिर डोडणिया का खेड़ा में बिल राशि लेकर बाइक से बनेड़ा लौट रहे थे। सुनसान जगह तीन जाने सामने खड़े मिले। तीनों ने नकाब पहन रखा था। रास्ते में रोक बाइक पर आए तीन आरोपित आंख में मिर्ची झोंककर पांच लाख रुपए से भरा बैग छीनकर भाग गए।