इसी बीच श्याम ने आरोपी बलराम से कह दिया कि तेरी बहन का बच्चा तो हो गया और तुम्हारी शादी को दो साल बीत गए लेकिन बच्चा क्यों नहीं हो रहा है। श्याम की इस टिप्पणी से बलराम आक्रोशित हो गया। पास में पड़े एक बड़े पत्थर को उठाया और श्याम के सिर पर प्रहार कर दिया। वहीं बलराम का दोस्त झुमन साहू ने भी 15 फीट दूर से एक बड़ा पत्थर ले आया और निर्दयीता से उसके सिर और चेहरे को कुचल दिया। इससे भी बलराम का जी नहीं भरा तो उसने श्याम के प्राइवेट पार्ट पर पत्थर पटक कर उसे डैमेज कर दिया।
टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि घटना 6 जनवरी रात 11.30 बजे की है। दूसरे दिन सुबह 7 बजे सूचना मिली कि आईटीआई ग्राउंड में एक युवक की लाश मिली है। सिर व प्राइवेट पार्ट पर पत्थर पटककर उसकी हत्या की गई थी। सीएसपी विश्वास चंद्राकर के नेतृत्व में टीम ने जांच शुरू की। मृतक की पहचान उडिय़ा बस्ती निलासी श्याम कुमार उर्फ मोनू (27 वर्ष) से हुई। टीम ने आस-पास के सीसीसटीवी कैमरे खंगाले। एक बाइक और दो युवक नजर आए, लेकिन फुटेज स्पष्ट नहीं था। आरोपियों की बाइक गिरने से रगड़ा गई थी। तकनिकी पुलिसिंग से कोई ठोस चीजें हाथ नहीं आई। तब मैनुअली पुलिसिंग पर फोकस करते हुए पूछताछ शुरू की। इस बीच उडिय़ा मोहल्ला में एक खरोच लगी बाइक का पता चला। उस बाइक के आधार पर उसके मालिक हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली कि केनाल रोड में ट्रांसपोर्टर के आफि स के सीसीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया। जिसमें दो लड़के बाइक से चौक के पास रूके थे। चौकीदार व वहां उपस्थित दो अन्य लोगों ने उनको देखा था। पुलिस ने फुटेज लिया और जांच शुरू की। करीब 11.45 बजे आते दिखे और डिवाइडर से टकरा कर गिर गए थे। यह सब कैमरे में स्पष्ट नहीं था। चौकीदार ने पुलिस को एक क्लू दिया कि बाइक के बाए तरफ ताजा स्क्रैच व डैमैज्स दिख रहे है। खरोच वाली बाइक को खोजना शुरू किया। आखिर में बाइक मालिक बलराम क्षत्रिय ही आरोपी निकला। पूछताछ की गई तो दूसरे साथी का नाम उगल दिया। आरोपी झुमन साहू निवासी उडिय़ा बस्ती को भी गिरफ्तार किया गया।
डीएसपी विश्वास चंद्राकर ने बताया कि आरोपी बहुत ही चालाक निकले। वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस उन्हें पकड़ न सके और मामला अवैध संबंध का लगे इसके लिए इसलिए मृतक श्याम का लोवर और अंडर वीयर को उतार कर शव से करीब 10 फीट दूर रखा दिया था। प्राइवेट प्रार्ट पर पत्थर से वार किया और भाग गए।
दोनों आरोपी खून से सने कपड़े में जामुल निवासी यशवंत यादव के पास गए। उसने कपड़े दिए। उस कपड़े को पहने। बाकी कपड़े समेत अन्य साक्ष्य को तालाब के पार पर जला दिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर अधजल एटीएम, कपड़े और चप्पल को बारमद किया। इस घटना में टीआई दुर्गेश शर्मा, उपनिरीक्षक सतीश साहू, सहायक उपनिरीक्षक लखन लाल साहू, आरक्षक डी प्रकाश, राकेश चौधरी, राकेश अन्ना, सिविल टीम सत्येन्द्र मढरिया और अरविन्द मिश्रा की विशेष भूमिका रही।