प्रदेश के विश्वविद्यालयों में बतौर कुलपति नियुक्त होने वाले कुलपतियों में सबसे अधिक रविवि से रहे हैं। रविवि में इस वक्त ऐसे ६ वरिष्ठ प्राध्यापक मौजूद हैं, जो कुलपति बनने की आहर्ताएं पूरी करते हैं। बताया जा रहा है कि इन्होंने रविवि के साथ-साथ दुर्ग विवि के लिए भी आवेदन किया है। बड़ी बात यह भी है कि दुर्ग संभाग में कुलपति पद की शैक्षणिक योग्यता, प्रशासनिक अनुभव और पे-स्केल जैसी आर्हताएं पूरे करने वाले प्राध्यापक है ही नहीं। इसलिए भी यह माना जा रहा है कि अगला कुलपति या तो रविवि से हो सकता है या फिर बाहरी विवि से।
कुलपति के लिए चयन समिति का गठन पहले ही हो चुका है। अब समिति प्राप्त आवेदनों की स्क्रूटनी और योग्यता में श्रेष्ठ उम्मीदवारों को परखने में जुट गई है। चयन समिति का एक सदस्य दुर्ग विवि की ओर से भी तय किया गया है। इतने आवेदनों के बीच योग्यता और अनुभव के आधार पर श्रेष्ठ ३ आवेदकों के नाम फाइनल कर कुलाधिपति(राज्यपाल) को भेजे जाएंगे। इसके बाद राज्यपाल तीन में से एक नाम पर मुहर लगाकर उन्हें कुलपति बनाएंगे।
रविवि के कुलपति डॉ. एसके पांडेय का कार्यकाल ३१ मार्च को समाप्त हो जाएगा। इससे पहले ही राजभवन रविवि के नए कुलपति की घोषणा कर सकता है। इसी तरह दुर्ग विवि को अप्रेल में नया कुलपति मिलेगा। चर्चा है कि रविवि के कुलपति डॉ. पांडेय डीयू में बतौर कुलपति नियुक्त किए जा सकते हैं।