Monsoon Update 2024: प्रदेश में आखिरी दिन रविवार को नवतपा का रूख कुछ नरम पड़ा। जिससे आठ दिन से तप रहे लोगों को थोड़ी राहत मिली। तापमान में गिरावट के साथ बदली और कहीं-कहीं हल्की बारिश से लोगों की बेचैनी कम हुई। रविवार को दुर्ग जिले का तापमान शनिवार के मुकाबले 3.2 डिग्री (Monsoon Update 2024) कम रहा। शनिवार को नवतपा के आठवें दिन तापमान 45.6 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं रविवार को 42.4 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने कहा है कि सोमवार को दुर्ग जिले में हल्की बारिश हो सकती है या 40 किलोमीटर तक की रतार से तेज हवा भी चल सकती है। वहीं अधिकांश हिस्सों में शाम को गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की भी संभावना है। इसके अलावा तापमान में भी गिरावट आएगी। प्रदेश में बारिश (Monsoon in chhattisgarh) की गतिविधियां बढ़ने लगेंगी। मौसम विभाग के अनुसार मानसून केरल से धीरे धीरे आगे बढ़ते हुए जगदलपुर पहुंचेगा।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा का कहना है कि इस साल मानसून अपने तय समय से एक दिन पूर्व केरल पहुंचा है। ऐसे में अनुमान है कि मानसून इस बार इंतजार नहीं कराएगा, बल्कि समय पर दस्तक देकर बड़ी राहत पहुंचाएगा। इस साल मानसून की गतिविधियां अनुकूल बनी हुई है, जिससे (Monsoon Update 2024) दुर्ग संभाग सहित प्रदेशभर में अच्छी बारिश की उमीद जताई जा रही है।
Monsoon 2024: 20 वर्षाें में नौतपा इस बार सबसे ज्यादा तपा
Monsoon 2024: पिछले 20 वर्षों में इस बार का नौतपा सबसे ज्यादा तपा है। प्रदेश के कुछ इलाकों में छिटपुट ही बारिश हुई है। यही नहीं, राजधानी में तो बूंदाबांदी भी नहीं हुई। इस (Chhattisgarh Monsoon 2024) कारण न केवल दिन, बल्कि रात भी काफी गर्म रहे हैं। दिन में तो लू जैसे हालात रहे।
CG Monsoon 2024: आ गई मानसून के आने की तारीख
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बस्तर संभाग के जिलों में अगले 5 दिनों तक गरज-चमक के साथ अंधड़ चलेगी। वज्रपात होने की भी आशंका है। प्रदेश में मानसून 15 जून को ( Chhattisgarh Monsoon 2024 Update ) दस्तक दे सकता है।
Chhattisgarh Monsoon 2024: खेती बाड़ी की तैयारी में जुटे किसान
मानसून की प्रतीक्षा कर रहे किसानों ने खेती बाड़ी की तैयारी शुरू कर दी है। खेतों की साफ सफाई की जा रही है। खेत से कांटे व ढेला पत्थर साफ किए जा रहे हैं, ताकि बारिश होने पर बोनी का काम शुरू कर सकें। चंगोरी के किसान तुलसीराम देशमुख का कहना है कि सप्ताह भर के अंदर बोनी व नर्सरी लगाने का काम शुरु हो जाएगा। ज्यादातर किसानों ने बीज का इंतजाम कर लिया है। खाद का इंतजाम करने में लगे हैं। क्योंकि (Monsoon) बोनी शुरू होने के बाद किसानों के पास समय नहीं रहेगा।