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Cyber Fraud: गाड़ी का था लोन.. बैंक अधिकारी बनकर किया फोन, अकाउंट से 2.50 लाख रुपए साफ एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि इस बैठक के दौरान साइबर ठगी के तहत बढ़ते अपराध के तरीकों से अवगत कराया गया। इन अपराधों के रोकने, पीड़ितों को अविलंब सहयोग पहुंचाने, गोल्ड लोन वाले मामलों की पूर्ण तस्दीक किए जाने, बैंकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक चर्चा की गई। साइबर क्राइम के अपराधों में
पुलिस के साइबर सेल द्वारा चाही गई जानकारी समय रहते उपलब्ध कराने, रकम होल्ड और अनहोल्ड करने संबंधी बैंक की तत्परता से कारवाई करे, ताकि पीड़ितों को राहत मिल सके। एटीएम के फुटेज तत्काल उपलब्ध कराया जाए। प्रत्येक एटीएम में 24 घंटे सुरक्षा गार्ड रखा जाए। सुरक्षा गार्ड के माध्यम से एटीएम में मुंह में गमछा या नकाब पहनकर एटीएम का उपयोग न करने दिया जाए।
पीड़ितों को वापस कराएं रकम
एएसपी ने कहा कि बैंक शाखाओं में किसी भी ग्राहक के बैंक का खाता किसी भी बैंक द्वारा होल्ड करेन पर इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दी जाए। साइबर ठगी के अपराधों (सेक्सटॉर्शन, डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग आदि) से पीड़ित व्यक्ति के बैंक आने पर उसकी हरसंभव सहयोग करें। पुलिस द्वारा फाइनेंशियल व एटीएम ठगी के प्रकरणों में ठगों के खातों में
ट्रांसफर रकम को तत्काल होल्ड करने सहित बैंकों में ठगों के खातों की राशि, होल्ड राशि को पीड़ितों के खाते में बिना किसी जटिल प्रक्रिया के आसानी से वापस किया जाए।
75 बैंक के अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी, छावनी सीएसपी हरिश पाटिल, क्राइम डीएसपी हेम प्रकाश नायक समेत बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ बड़ौदा, यूनियन बैंक आफ इंडिया, आईआईएफएल फायनेंशियल बैंक, बैंक आफ महाराष्ट्रा, पंजाब नेशनल बैंक, अपेक्स बैंक, यूको बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, साउथ इंडियन बैंक, छ.ग. राज्य ग्रामीण बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक के प्रबंधक उपस्थित थे। केनरा बैंक, इंडियन बैंक, एचडीएफसी बैंक, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, उत्कर्ष बैंक, इण्डस्ट्रीयल बैंक, इण्डसलेण्ड बैंक, भिलाई नागरिक सहकारी बैंक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, यश बैंक, प्रगति महिला नागरिक सहकारी बैंक, आईडीबीआई बैंक असउि के प्रबंधक उपस्थित थे।