केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के केंद्र में हो रही पैरामिलिट्री फोर्स (Force) की भर्ती में इन आरोपियों ने अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर फर्जी काम को अंजाम दिया है। उतई थाना प्रभारी सतीश कुमार पुरिया ने बताया कि हरियाणा फरिदाबाद निवासी सतपाल सिंह (39 वर्ष) को रायपुर से गिरफ्तार किया गया। दूसरा आरोपी बेमेतरा साजा निवासी भूपेन्द्र कुर्रे (31 वर्ष) को बेमेतरा में पकड़ा गया। इस मामले में पुलिस 32 युवकों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है।
थाना प्रभारी ने बताया कि सतपाल सिंह ने लिखित परीक्षा में पास करवाने के लिए 7 अभ्यर्थियों से पैसा लिया था। छत्तीसगढ़ के उम्मीदवारों के मुकाबले हरियाणा और राजस्थान के उम्मीदवार फिजिकल परीक्षा आसानी से निकाल लेते है। लिखित परीक्षा उनके लिए कठिन होता है। सतपाल ने पुलिस को बताया कि जो छत्तीसगढ़ का स्थाई निवास प्रमाण पत्र बना लिया होता है उसे प्राथमिकता मिलती है। भूपेन्द्र फर्जी आधार और जन्म प्रमाण पत्र बनाने की जिमेदारी लेकर इसे बनवाता था। फिलहाल अब तक इस मामले में 34 लोगों की गिरफ्तार कर लिया है। (Bhilai crime news)
पुलिस ने बताया हरियाणा का एक युवक पहले दुर्ग में रहता था। वह करीब पांच यहां साल रहा। उसने ने भूपेंद्र कुर्रे से अपना निवास प्रमाण पत्र बनवाया था। वह युवक यहां से चला गया है। भर्ती में आए जो युवक पकड़े गए हैं वे सब आसापस गांव के रहने वाले हैं। सतपाल सिंह भी उसी क्षेत्र रहने वाला है। पहले यहां रहने वाले युवक ने छत्तीसगढ़ में निवास प्रमाण पत्र बनवाने की जानकारी दी। कुर्रे के बारे में भी बताया। इस तरह सतपाल ने कुर्रे से संपर्क किया।
सतपाल सिंह ने 7 उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा में पास कराने की जिम्मेदारी ली थी। इसके लिए हर उम्मीदवार को पास कराने का झांसा देकर 2 लाख से 10 लाख रुपए लिया था। सिर्फ उम्मीदवारों को फिजिकल परीक्षा पास करना था।
अभ्यर्थियों के बदले लिखित परीक्षा दिलवाने वाले 32 मुन्ना भाईयों व उनके कुछ सहयोगियों के बारे में पुलिस को पता चल गया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है। जिसके आधार पर मुन्ना भाईयों को पकडऩे के लिए पुलिस तैयारी
कर रही है। इसके लिए टीम भेजी जाएगी।
पुलिस ने बताया कि स्थाई निवास प्रमाण पत्र सही बने हैं लेकिन उसमें जो दस्तावेज लगाया गया है वह प्राथमिक जांच में फर्जी पाया गया है। इसके लिए तहसील कार्यालय और लोक सेवा केंद्रों को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है। एसडीओपी पाटन राजीव शर्मा ने बताया कि अभ्यर्थियों के बदले में जिन्होंने लिखित परीक्षा दी थी, उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। इस मामले में फर्जी दस्तावेज से स्थाई निवास बनाने वाला और 7 लोगों को पास करना वाला गिरफ्तार हो चुका है। पूछताछ में कुछ अहम सुराग मिले हैं। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम दूसरे राज्य रवाना की जा रही है। (Bhilai crime news)