नगर निगम में 60 में से कांग्रेस के 30 पार्षद निर्वाचित हुए हैं। कांग्रेस नेता एक बागी अथवा निर्दलीय पार्षद का समर्थन जुटाकर 31 पार्षदों के बुहमत के आधार पर मेयर बनाने की तैयारी कर रहे हैं। फिलहाल पार्षद के लिए प्रमुख रूप से 6 पार्षदों के नाम चल रहे हैं। इनमें मदन जैन, धीरज बाकलीवाल, राजकुमार नारायणी, अब्दुल गनी प्रमुख नाम हैं। एक दिन पहले ही मेयर का नाम तय करने पर्यवेक्षक धनेंद्र साहू ने पार्षदों से बंद कमरे में वन-टू-वन चर्चा भी की है, लेकिन इस बीच अब प्रदेश स्तर पर ओबीसी कार्ड के लिए अभियान से दावेदारों की मुश्किलें बढ़ सकती है।
सर्व समाज पिछड़ा वर्ग ने नए मेयर के लिए मोर्चे का संकेत पहले ही दे दिया था। सर्व समाज पिछड़ा वर्ग की ओर से छत्तीसगढ़ भातृ संघ अध्यक्ष तेज बहादुर बंछोर व सर्व छत्तीसगढिया समाज महासंघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष अजय चौहान सहित अन्य नेताओं ने चार दिन पहले प्रेस कांफ्रेंस कर अपनी बात रखी थी।
एक दिन पहले कांग्रेस के पर्यवेक्षक धनेंद्र साहू ने पार्षदों से बंद कमरे में चर्चा की थी। जिले के एक प्रभावी नेता के अनुसार इसमें भी एक दर्जन से ज्यादा पार्षदों ने खुद दावेदारी कर स्थानीय बाहुल्य समाज के किसी व्यक्ति को महापौर बनाने की मांग रखी है। पर्यवेक्षक ने दावेदारों के नाम के साथ इस मांग को भी आला नेताओं के सामने रखने का भरोसा दिलाया है।
पिछड़ा वर्ग समाज से जुड़े नेता अपनी मांग को लेकर दुर्ग से लेकर दिल्ली तक लॉबिंग कर चुके हैं। समाज के प्रतिनिधि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम से मिलकर मांग रख चुके हैं। इससे पहले उन्होंने विधायक अरुण वोरा से भी मिलकर यह मांग रखी थी।
निर्दलीयों के अज्ञातवास पर रवाना होने के बाद शहर में फिर राजनीतिक चर्चा गर्म हो गई है। कांग्रेस से महापौर के लिए दावेदारी करने वाले यह दावा कर रहे हैं कि निर्दलीय उनके संपर्क में है। बताया जा रहा है कि दावेदार अधिक होने के कारण महापौर की दौड़ में दावेदारों का रास्ता मुश्किल हो सकता है। ऐसे में ऐन मौके पर निर्दलीयों व बागियों को आगे कर रास्ता आसान किया जा सकता है।
कांग्रेस में ओबीसी कार्ड के चलते अब दावेदारों को बागियों और निर्दलियों से ज्यादा क्रास वोटिंग का डर सताने लगा है। हालांकि कांग्रेस नेताओं ने इसके लिए शपथ ग्रहण के बाद नामांकन के ठीक पहले नाम घोषित करने का फार्मूला तय कर रखा है। नेताओं का कहना है कि ऐन मौके पर लिफाफा खुलने से क्रास वोटिंग के लिए लांबिंग नहीं हो सकेगी। इसके अलावा आला नेता भी नजर रखेंगे।
मेयर के लिए मदन जैन के पक्ष में जैन समाज के लोगों ने गुरुवार को दूसरी बार विधायक अरुण वोरा के निवास पहुंचकर लॉबिंग की। इससे पहले भी जैन समाज के लोग वोरा निवास पहुंचकर मांग कर चुके हैं। इसके अलावा मुस्लिम तेली समाज के लोग भी जैन के समर्थन में पहुंचे थे। जैन खुद दिल्ली जाकर सांसद मोतीलाल वोरा के समक्ष दावेदारी पेशकर चुके हैं।