स्ट्रेपसिल्स हर्बल ड्रॉप्स-मेंथॉल लोजेंज की एक रुपए में मिलने वाली गोलियां को बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर उम्र, वर्ग के लोग बिना किसी डॉक्टरी सलाह के उपयोग करते हैं। सर्दी-खांसी में गले की खिचखिच और राहत के लिए यह विक्स की तरह बेहद लोकप्रिय गोली है। ऐसेे में एक दो नहीं पूरे आठ महीने के दौरान निर्मित बैच की गोलियों में हानिकारक तत्व की उपस्थिति से बड़ा सवाल खड़ा हो गया। हर दिन करोड़ों बिकने वाली गोलियों की वजह से लोगों की जान पर बन आई है।
छत्तीसगढ़ दवा विक्रेता संघ के महासचिव अविनाश अग्रवाल ने बताया कि स्ट्रेपसिल्स की हर दिन लाखों गोलियां मेडिकल स्टोर्स में बिकती हैं। प्रदेश में लगभग 12 हजार और दुर्ग जिले में 950 मेडिकल स्टोर्स पंजीकृत हैं। ऐसे में कंपनी के विज्ञापन को देखकर जानकारी ली जा रही है। लोगों की सेहत को देखते हुए पूरी अमानक बैच की गोलियां अलग रखने की सूचना प्रसारित की जा रही है।
डॉ. एसके जामगढ़े ने बताया कि स्ट्रेपसिल्स की गोलियां कुछ समय के लिए राहत देती हैं पर इसका ज्यादा उपयोग हानिकारक हो सकता है। कंपनी ने जिस तरह से विज्ञापन जारी करके गुणवत्ता कारणों से गोलियां वापस मंगाई है इसे देखते हुए लोगों को सर्तकता अख्तियार करने की जरूरत है। कोशिश करें सर्दी-खांसी और गले की खरास के लिए डॉक्टरी सलाह से सही दवाईयों का इस्तेमाल करें।