दोनों युवक विश्रामपुर के हैं और भिलाई आए थे। पुलिस ने अमित के दो साथियों को गिरफ्तार किया है। अमित और उसके एक साथी की तलाश की जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 307, 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। पुलिस ने घटना स्थल से तीन कारतूस का खोखा बरामद किया है।
Gangwar in Bhilai: घटना मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात 1.20 बजे की है। भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि विश्रामपुर निवासी रमनदीप सिंह अपने दोस्त आदित्य सिंह के साथ वैशाली नगर में नानी के घर अंत्येष्ठि कार्यक्रम में शामिल हुआ। आदित्य भिलाई के उड़ान आईएस एकेडमी में पीएससी की तैयारी करता है। उसका साथी सुनील यादव जीओ कंपनी में जॉब करता है।
रात में तीनों बाइक पर सवार होकर सेंट्रल एवेन्यू रोड पर घुमने निकले। बताया जाता है कि तीनों नशे में थे। ग्लोब चौक पहुंचे। वहां से बाइक मोड़कर फिर वापस जुनवानी की ओर निकले। वहीं निगरानी बदमाश अमित जोश अपने साथी संजय उर्फ डागी के साथ खड़ा था। बाइक सवार युवकों को देख आवाज लगाई, लेकिन तीनों नहीं सुने। तब अमित ने डागी को बाइक में बैठाया। तीनों का पीछा किया। सेक्टर-10 पुलिया के पास उन्हें रोककर फायरिंग कर दिया।
Gangwar in Bhilai: दो गोलिया दोस्त के शरीर को चीर गई
रमनदीप ने बताया कि आरोपी
फायरिंग कर रहे थे। उसी समय एक कार आई। उसमें दो युवक थे। जब बाइक और कार चली गई तब मैं हिम्मत कर फिर घटना स्थल पहुंचा। जहां आदित्य एवं सुनील लहुलुहान तड़प रहे थे। सुनील के कलाई को छेद करती हुई गोली उसके पेट में घुस गई थी। वहीं अदित्य की पसली को छेदते हुए आर-पार हो गई। दोनों को बाइक पर बैठाया और श्रीशंकराचार्य हॉस्पिटल में भर्ती कराया। सुबह रायपुर मेकाहारा रेफर कर दिया। जहां एक का ऑपरेशन कर गोली को बाहर निकाला गया। वहीं दूसरे का भी उपचार चल रहा है।
गाली देने का आरोप लगाते हुए कर दी फायरिंग
प्रत्यक्षदर्शी रमनदीप ने बताया कि बाइक में दो युवक पीछा करते पहुंचे। बाइक मैं चला रहा था और आदित्य बीच में, सुनील पीछे बैठा था। एक युवक बोला कि अमित जोश को नहीं जानते हो। मुझे ही गाली दे रहे थे। मैं यहां का दादा हूं। इतना बोलकर अश्लील गालियां देने लगा। हमने उसका विरोध किया। पलक झपकते ही उसने पिस्टल निकाल लिया। दोनों दोस्त बाइक से उतर गए थे। दोनों पर तीन बार फायरिंग कर दी। मैं जान बचाकर भागा।
Gangwar in Bhilai: मामले को गुमराह करने आरोपी पहुंचा थाना
सीएसपी ने बताया कि अमित जोश का साथी यशवंत नायडू थाना पहुंच गया। पुलिस को गुमराह करने लगा। किसी स्टॉलिन को फंसाना चाह रहा था। जब उस पर कड़ाई बरती गई, तब कहने लगा कि अमित जोश और सागर उर्फ डागी ने फायरिंग किया है। हम और अंकुर शर्मा कार से पहुंचे थे। मामले में आरोपी यशवंत नायडू और अंकुर शर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बड़ा सवाल
- – अमित जोश के खिलाफ 25 प्रकरण थाने में दर्ज है। वह 10 दिन पहले जेल से छूट कर आया था। थाने की पुलिस से उस बदमाश की निगरानी में कैसे चूक हुई।
- – निगरानी बदमाश अमित जोश जितनी बार जेल से छूटा है, कोई न कोई गंभीर अपराध किया है। ऐसे बदमाश पर पुलिस का नियंत्रण क्यों नहीं है।
- – थाने से चंद दूरी पर वह भी ग्लोब चौक पर फायरिंग करने की अमित जोश ने हिम्मत कैसे कर ली।