इसके लिए आईआईटी भिलाई को आईटी मंत्रालय ने 5 साल की अवधि के लिए 40 लाख का अनुदान दिया है। यह प्रोजेक्ट 2027 तक जारी रहेगा। इस योजना में आईआईटी अलग-अलग कॉलेजों में ट्रेनिंग का कैंप लगाएगा। इस कैंप में विद्यार्थियों को ड्रोन के कंपोनेंट की सभी तरह की जानकारियां दी जाएंगी।
समझेंगे नियंत्रण और नेविगेशन ड्रोन के लिए नियंत्रण और नेविगेशन की जानकारियां विद्यार्थियों को दी जाएंगी। बूटकैंप का लक्ष्य स्थिरता विश्लेषण, वैक्टर और गैर-रेखीय विशेषताओं को उजागर करने वाली नियंत्रण प्रणालियों को समझने और लागू करने के लिए एक मजबूत मंच विकसित करना है।
कैंप इमेज-आधारित ड्रोन का उपयोग सिखाएगा। आईआईटी भिलाई के सहायक प्रोफेसर डॉ. अविषेक अधिकारी और डॉ. सौम्यजीत प्रमाणिक ट्रेनिंग दे रहे हैं। ट्रेनिंग में शामिल विद्यार्थियों को ड्रोन सिमुलेशन सॉफ्टवेयर और डिजाइनिंग स्किल से भी अवगत कराया जा रहा है।