एक छात्रा ने दिया एक कमरे में बैठकर परीक्षा
मैत्रीकुंज में रहने वाली एक 11 वीं की छात्रा ने स्कूल प्रबंधन को बताया कि उनके परिवार में एक सदस्य संक्रमित हैं। तब स्कूल प्रबंधन ने उसे एक कमरे में अलग से बैठकर परीक्षा देने कहा। शिक्षा विभाग एक ओर कह रहा है कि ऑफ लाइन और ऑन लाइन दोनों व्यवस्था है। दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन बच्चों को ऑफ लाइन परीक्षा देने कह रहा है।
पालकों ने बताया पत्रिका को
पालकों ने पत्रिका को बताया कि ११ वीं का एक छात्र पॉजिटिव आया है। दो दिन पहले ही सारे बच्चों के साथ परीक्षा दिया है। इसके बाद जब जिला शिक्षा अधिकारी, दुर्ग से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे पता करते हैं। इसके बाद उन्होंने बताया कि यह सही है कि एक छात्र जो नागपुर (महाराष्ट्र) से आकर परीक्षा दे रहा था, उसकी जांच की गई तो वह संक्रमित निकला है। इस वक्त महाराष्ट्र में कोरोना तेजी से फैला हुआ है।
800 से अधिक बच्चों को राहत
सप्ताहभर पहले पालकोंं ने कोरोना की आशंका जताते हुए डीपीएस प्रबंधन से ऑफ लाइन परीक्षा की जगह ऑन लाइन इम्तिहान लेने मांग की थी। प्रबंधन ने उनकी मांगों को खारिज कर दिया। अब शिक्षा विभाग से निर्देश मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने ऑन लाइन परीक्षा लेने की जानकारी पालकों को भेज दी है। 9 वीं और 11 वीं के करीब 800 छात्र-छात्राओं को इससे राहत मिलेगी।
कमरे में मौजूद तमाम बच्चों की हो कोरोना जांच
जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल ने बताया कि नागपुर से आकर डीपीएस, रिसाली में 11 वीं की परीक्षा दे रहे छात्र की जांच करवाने पर रिपोर्ट पॉजिटिव रही है। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन से कहा गया है कि जिस कमरे में बैठकर उक्त छात्र परीक्षा दे रहा था, उसमें मौजूद अन्य बच्चों का कोरोना जांच करवाया जाए। इसके साथ-साथ स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि ऑफ लाइन परीक्षा बंद कर ऑन लाइन परीक्षा ली जाए।