आरएटी जांच में डेंगू और टाइफाइट दोनों पॉजिटिव
जिला में डेंगू की एक और सस्पेक्टेड मरीज खुर्सीपार के बालाजी नगर में मिली है। मरीज को पिछले करीब पांच दिनों से बुखार आ रहा था। पिछले दो दिनों के दौरान बुखार तेज होने पर गुरुवार को बापू नगर स्थित सरकारी अस्पताल में पालकों ने ले जाकर दिखाया। जहां जांच करने पर आरएटी टेस्ट में एनएस-वन व टाइफाइट पॉजिटिव निकला। परिजनों ने सीबीसी जांच करने कहा तो वहां मशीन काम नहीं कर रही है कहकर लौटा दिए। इसके बाद वे बेटी को लेकर खुर्सीपार के सरकारी अस्पताल पहुंचे, यहां पहले बापू नगर सरकारी अस्पताल की पर्ची का नहीं करेगी कह दिए। जब पीडि़ता के पालक ने कहा कि दूसरी पर्ची बनवा लेते हैं, लेकिन सीबीसी जांच करवाना जरूरी है तो अस्पताल के स्टाफ ने कहा कि सीबीसी मशीन खराब है। इस तरह से वे निराश होकर गुरुवार को लौट गए।
दो सरकारी अस्पताल की अलग-अलग रिपोर्ट
बापू नगर में जिस मरीज की जांच रिपोर्ट में गुरुवार को आरएटी से एनएस-वन व टाइफाइट पॉजिटिव बताया गया था। उस मरीज की ही जिला अस्पताल, दुर्ग में अगले दिन शुक्रवार को दोनों ही रिपोर्ट नेगेटिव आ जाती है। सवाल उठता है कि कौन सी रिपोर्ट सही है। ऐसी स्थिति में मरीज और उनके पालकों के सामने कई सवाल खड़े हो जाते हैं। वे किस रिपोर्ट को सही माने और किसको गलत माने।
निगम का अमला पहुंचा दवा छिड़काव करने
डेंगू सस्पेक्टेड की जानकारी मिलने के बाद निगम का अमला दवा छिड़काव करने पहुंचा। वहीं घर-घर में टेमीफॉस दवा दी गई है या नहीं। वह भी निगम की टीम लोगों से पूछ रही है। दूसरी ओर पीडि़ता की माता का कहना है कि नल से पानी गंदा आ रहा है। वे लोग पानी को फिल्टर करके पी रहे हैं।
सभी अस्पताल में सीबीसी मशीन खराब होने का सवाल नहीं
चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर, दुर्ग, डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि सभी अस्पताल में सीबीसी मशीन खराब हो यह सवाल नहीं उठता। प्लेटलेट की जानकारी उस मशीन से ही मिलती है। मरीज की तरफ से जानकारी देने में कोई चूक हो सकती है।
हमारे अस्पताल की रिपोर्ट सही
सिविल सर्जन व प्रभारी जिला अस्पताल, दुर्ग, डॉक्टर पुनित बालकिशोरने बताया कि दो सरकारी अस्पतालों में उन्होंने डेंगू और टाइफाइड की आरएटी जांच करवाई है। हमारे जिला अस्पताल, दुर्ग की रिपोर्ट सही है। यह जिम्मेदारी से कह सकता हूं।