एडमिशन शेड्यूल के हिसाब से कॉलेजों में प्रवेश की आखिरी तिथि 25 जुलाई थी। कुलपति की विशेष अनुमति के बाद इसे 31 जुलाई तक बढ़ाया गया। इस तिथि तक संभाग के निजी और शासकीय कॉलेजों में यूजी और पीजी विषयों की करीब 22,865 सीटें रिक्त रह गईं थी, जिसके बाद कॉलेज संचालकों ने उच्च शिक्षा विभाग की आयुक्त से दोबारा प्रवेश शुरू करने आग्रह किया। इसके बाद आखिरकार विभाग ने बुधवार को प्रवेश रीओपन करने का सर्कुलर जारी कर दिया।
शहर के भरे, गांव के कॉलेज खाली
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव और कवर्धा के सभी शहरी कॉलेजों में एडमिशन ग्राफ बेहतर है, लेकिन ग्रामीण कॉलेजों में दाखिले की स्थिति कुछ खास नहीं है। सर्वाधिक सीटें ग्रामीण कॉलेजों में ही खाली पड़ी है। इसके अलावा ऐसे छात्र जो बीएससी गणित पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना चाहते हैं, उनको आसानी से प्रवेश मिल जाएगा। दुर्ग साइंस कॉलेज में भी गणित की काफी सीटें खाली हैं। इसके अलावा कुछ कॉलेजों में बीए और बीकॉम के भी दाखिले मिल सकते हैं। सीटें कहां रिक्त हैं, यह जानकारी विश्वविद्यालय के पोर्टल पर मिलेगी।