भिलाई इस्पात संयंत्र में चीन की टीम ब्लास्ट फर्नेस-8 के फर्नेस पर नजर रखी हुई है। ब्लोइंग के दौरान इस फर्नेस में किसी तरह की दिक्कत न आए, यह चीन से आए फर्नेस के विशेषज्ञ देख रहे हैं। ब्लास्ट फर्नेस-8 के फर्नेस को चीन के विशेषज्ञों की मौजूदगी में स्थापित किया गया है। ब्लोइंग शुरू करने से पहले वे नए सिरे से फर्नेस की बारीकियों पर नजर डाल रहे हैं।
जर्मन के विशेषज्ञों को भी बुला लिया गया है। जर्मन के विशेषज्ञ बीएफ-8 में टरबाइन स्थापित किए थे। टरबाइन का कार्य स्टीम के प्रेशर को कम से अधिक में तब्दील करना होता है। बीएफ-8 के फर्नेस में टरबाइन से स्टीम को अधिक प्रेशर कर भेजा जाएगा। टरबाइन से फर्नेस तक पहुंचने के दौरान किसी तरह की भी दिक्कत होगी, तब यह विशेषज्ञ उसे तुरंत ही दूर करने का काम करेंगे।
70 टन क्षमता के हैं टारपीडो लेडल
ब्लास्ट फर्नेस-8 व एसएमएस-3 के मध्य हॉट मेटल परिवहन करने के लिए चार बड़े टारपीडो लेडल का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए दोनों के बीच रेलपांत बिछाई जा चुकी है। नए टारपीडो लेडल की क्षमता ७० टन की है।
बीएसपी में सात ब्लॉस्ट फर्नेस है, इसमें से ब्लॉस्ट फर्नेस-7 में दो टेप है, जिसमें से हॉट मेंटल का उत्पादन होकर निकलता है। शेष ६ में एक-एक टेप***** है। वहीं नए बीएफ-8 में चार टेप है। इसकी वजह से उत्पादन में यह अन्य काफी पीछे छोड़ देगा। ब्लॉस्ट फर्नेस-8 लगातार २४ घंटे उत्पादन देगा।
बीएसपी में विस्तार योजना के तहत बीएफ-8 को १२०० करोड़ रुपए व्यय कर तैयार किया गया है। इसके उत्पादन की क्षमता बीएसपी में मौजूद अन्य ब्लॉस्ट फर्नेस से अधिक है। इसे शुरू करने के बाद बीएसपी दो फर्नेस को डिस्मेंटल कर देगा।