Uttarakhand Gaurikund Landslide: रोजी-रोटी के जुगाड़ में केदारनाथ गए जीजा-साले के लापता होने से परिवार में रुदन मचा हुआ है। इनमें एक ने पत्नी से रक्षाबंधन पर आने का वादा किया था। वहीं दूसरे के 15 दिन के बेटे ने अपने पिता का मुंह तक नहीं देखा है। क्षेत्र के गांव नगला बंजारा निवासी जीजा-साले के केदारनाथ के गौरीकुंड पर हुए लैंड स्लाइड के बाद लापता हो जाने से दो परिवारों के लोग रोटी-पानी छोड़ अपनों की चिंता में व्याकुल हैं।
लैंड स्लाइड में लापता 19 लोगों मे विनोद और उसके जीजा मुलायम का भी कुछ पता नहीं लग सका है। पानी का बहाब सभी को मंदाकिनी नदी की ओर ले गया। जीजा-साले दोनों ही गौरीकुंड पर मोती, शंख, माला एवं तस्वीरों की दुकान लगाते थे। अचानक हुए लैंड स्लाइड में उनकी दुकान भी नदी में बह गई।
हादसे की जानकारी के बाद दोनों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। साथ ही गांव में भी मातम पसरा हुआ है। विनोद कुमार की शादी 7 साल पूर्व खोखर थाना कठूमर गंज खेरली की राजकुमारी से हुई थी। विनोद कुमार पर 5 साल की बेटी, एक बेटा ढाई साल का और एक केवल 15 दिन का है, जिसने अपने पिता की शक्ल तक नहीं देखी है।
मुलायम सिंह का भाई जवाहर सिंह पुत्र जसवंत सिंह बंजारा भी इनके पास ही रहता था, लेकिन घटना के समय वह दुकान से दूर अन्य दुकानदारों के साथ बैठा हुआ था। विनोद कुमार की पत्नी राजकुमारी, पिता बदनसिंह व माता गुड्डी देवी ने रोते हुए कहा कि विनोद रक्षाबंधन पर घर आने की कह रहा था।
बच्चे को वीडियो कॉल पर देखकर उसके लिए खिलौने लाने की भी बोल रहा था। इस बात से कस्बे व आसपास के लोगों में एक बार फिर 2013 की केदारनाथ त्रासदी की घटना की यादें ताजा हो गई। तब भी रूपवास के श्यामसुंदर रघुवंशी, उनकी पत्नी व आगरा के रिश्तेदार सहित धाना खेड़ली के लोग भी इस दौरान काल के ग्रास में समा गए थे।