थाना प्रभारी रघुवीर सिंह ने बताया कि गत 29 जून को सुखवीर पुत्र परभाती जाट निवासी गांव दांतलोठी ने तहरीर दी। जिसमें बताया कि गत 11 मई को उसका बड़ा भाई भूरी सिंह पुत्र परभाती घर से कलुआ, विजेंद्र एवं सत्येंद्र पुत्र कलुआ जाट निवासी सरकोरिया तहसील व थाना इंगलास जिला अलीगढ़ के पास उन्हें उधार दी राशि का तगादा करने गया था। भूरी सिंह ने उन्हें 15 हजार रुपए शादी कराने के लिए करीब 3 साल पहले दिए थे। भाई की शादी कराने के बहाने से राशि ली थी। लेकिन शादी नहीं कराई। गत 11 मई को गया उसका भाई वापस नहीं आया। रिपोर्ट में कलुआ व बिजेंद्र व सत्येंद्र पर शक जताया था। पुलिस ने जांच की जिसमें भूरी सिंह की हत्या कलुआ द्वारा किसी के साथ मिलकर करने की सूचना मिली। जिस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी। थाना प्रभारी ने बताया कि कलुआ भूरी सिंह के साथ मथुरा में मजदूरी करता था। इस दौरान उसने भूरी सिंह से उधार पैसे ले लिए। कई बार तगादा किया लेकिन राशि नहीं लौटाई। पुलिस ने बताया है कि 11 मई को भूरी सिंह कलुआ उधार ली राशि लेने उसके गांव सरकोरिया पहुंचा और वह उसके घर पर ही ठहर गया। पुलिस ने बताया कि कलुआ पैसे नहीं देना चाहता था। जिस पर कलुआ ने गांव के बंटू पुत्र रामवीर जाट के साथ षड्यंत्र रचकर भूरी को पर ले गए। जहां तीनों ने शराब का सेवन किया। नशा होने पर कलुआ और बंटू ने भूरी सिंह का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। शव को दोनों ने बंटू के खेत में गाड दिया। दो दिन बाद जब दोनों पुन: खेत पर गए तो जंगली जानवर शव को निकालकर खा चुके थे। फिर दोनों ने भूरी सिंह के कंकाल को बाजरे के खेत में डाल दिया।