निगम के विवाद पर जताई चिंता जिला कांग्रेस कमेटी (अनुसूचित जाति विभाग) के निवर्तमान शहर अध्यक्ष संतोष निमेष एडवोकेट ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नगर निगम भरतपुर में चल रही अफसरों और नेताओं की खींचतान पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष पूर्व शहर की जनता ने बड़े सपनों के साथ शहर की सरकार को चुना था जिसके तहत भरतपुर में नगर निगम का बोर्ड कांग्रेस पाटी का बना, आज जब सम्पूर्ण प्रदेश कोरोना महामारी की चपेट में है जनता के सामने रोजी रोटी का संकट मंडरा रहा है ऐसे में भरतपुर के अधिकारी और नेता आपसी स्वार्थ व प्रतिष्ठा के कारण शहर में होने वाले विकास कार्यों को दरकिनार कर रहे हैं।
दूसरा गुट बैठक कराने पर अड़ा, मतलब अब भी बैठक पर संकट शहरी सरकार के दो मुखियाओं के बीच चल रही लड़ाई के साथ ही अब आंतरिक रणनीति का भी खेल शुरू हो गया है। जहां गुटों का नेतृत्व कर रहे मुखिया पार्षदों को हर दिन रणनीति तय कर बता रहे हैं तो इसी रणनीति के तहत पार्षदों के दूसरे गुट ने गत दिवस मेयर को ज्ञापन देकर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक कराने की मांग रखी। हालांकि मेयर ने अभी तक इस पत्र का कोई जबाव नहीं दिया है। बताते हैं कि इससे पहले भाजपा के पार्षद भी दो बार ज्ञापन देकर बैठक कराने की मांग कर चुके हैं। यह भी बताया जा रहा है कि मेयर गुट को बैठक में विवाद की भी आशंका है। साथ ही एजेंडा पर बैठक में चर्चा होना भी मुश्किल है। चूंकि मेयर की ओर से पूर्व के एजेंडा में प्रत्येक बिंदु की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई थी, जो कि अभी तक उनके पास नहीं आई है।