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इसके बाद वे उसी गड्ढे के दलदल में फंस गए और बाहर ही नहीं निकले। इसे देख साथ में बकरी चरा रहे बालकों ने गांव में आकर सूचना दी। हादसे की भनक लगते ही प्रशासन, ग्रामीण व बालकों के परिजनों में भगदड़ मच गई। जिसने भी घटना की सुनी, वह घटनास्थल के लिए दौड़ पड़ा। तहसीलदार सुरेंद्र सिंह एवं थाना प्रभारी मदनलाल मीणा ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए मृतक दोनों बालकों के परिजनों को ढाढस बंधाया। गांव बारोली सहित आसपास के गांव में शोक छा गया और जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि देशराज सिंह जाटव, वैर पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि समय सिंह जाटव आदि ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट करते हुए मृतक बालकों के परिजनों को ढांढस बंधाया।
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7वीं और 9वीं कक्षा में पढ़ते थे दोनों बालक
जानकारी के अनुसार, मोहित कक्षा 9 और अतुल कक्षा 7 का स्टूडेंट्स था। परिजनों ने बताया कि दोनों बालक रिश्ते में चचेरे भाई हैं। उन्हें नहीं पता था कि दोनों नहाने के लिए खड्डे में कूद जाएंगे और ऐसी घटना हो जाएगी। अन्यथा वे उन्हें जंगल में ही नहीं जाने देते।