सकुशल लौटे लोग बोले: भयानक था सबकुछ
आंखों ने ऐसा भयानक मंजर कभी नहीं देखा। चीख-पुकार और रुदन ने सबके दिल दहला दिए। लाश और घायलों को देखकर दिमाग शून्य सा हो गया। बदहवास से लोग इधर-उधर दौड़ रहे थे। भगदड़ में महिला और बच्चों का एक के बाद एक गिरने का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ, जिसने थमने का नाम ही नहीं लिया। कुछ पल में ही भागते-दौड़ते लोग लाशों में तब्दील हो गए तो कुछ को इस मंजर ने जिंदगीभर के लिए अपाहिज बना दिया। पिछले छह घंटे से आंखों के सामने बार-बार वही दृश्य आ रहा है। यह कहना है
भरतपुर से भोले बाबा के प्रवचन सुनने गए लोगों का।
…और अचानक गिरने लगी महिलाएं
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सत्संग स्थल पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। भीषण गर्मी व उमस के कारण जब कार्यक्रम समाप्त हुआ तो एक साथ सारी भीड़ उठ खड़ी हुई और दो दर्जन से अधिक महिलाएं खड़े होते ही चक्कर खाकर गिर गई। इससे कार्यक्रम स्थल पर अफवाह फैल गई कि कोई आपदा के कारण लोग मर रहे हैं। इससे भदगड़ मच गई। सर्वाधिक मौत भी सबसे आगे और बीच में बैठे लोगों की हुई हैं।
… और घनघना उठे फोन
हाथरस में हुई भगदड़ की घटना ने पूरे देश को हिला दिया। भरतपुर से जिनके परिजन सत्संग में गए थे, उनके परिजन भी चिंतित हो उठे। सब अपनों की खैरियत जानने के लिए फोन करने लग गए। अपनों से बात होने परिजनों ने राहत की सांस ली। पार्षद मोती सिंह ने बताया कि सत्संग सुनने के लिए बड़ी संख्या में महिला-पुरुष भरतपुर से गए थे।