रमसा के तहत गांव निठार में मां शारदे बालिका आवासी छात्रावास संचालित है। जिसमें सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाली 81 छात्राएं रहती हैं। 36 छात्राएं राजकीय उच्च माध्यमिक बालिका विद्यालय में बाकी छात्राएं राउमावि में अध्ययनरत हैं। शुक्रवार मध्यान्ह के समय में छात्रावास की चार छात्राएं अचानक बेहोश हो गईं। बालिका विद्यालय की ओर से बालिकाओं को चिकित्सालय में भर्ती कराकर अभिवावकों को सूचना दी गई। अभिवावकों के पहुंचते ही छात्राओं का गुस्सा फूट पडा और उन्होंने छात्रावास प्रभारी राउमावि के प्राचार्य मुंशी खां पर समय पर और गुणवत्तापूर्ण खाना नहीं दिए जाने तथा बीमार होने पर उन्हें देखते हुए अश्लील हरकत करने का अरोप लगाया। इस पर अभिवावकों द्वारा यहां हंगामा कर दिया गया। सूचना पर पहुंचे सीबीईओ सिंह के साथ आए एसीबीईओ वेद प्रकाश गर्ग ने छात्राओं सहित अभिवावकों, छात्रावास में कार्यरत कार्मिकों सहित अन्य के बयान लिए। वहीं सूचना पर पूर्व बीईईओ बनवारी लाल मीना, पूर्व सरंपच भरती मीना सहित अन्य ग्रामीण पहुंच गए। अभिवावकों ने सीबीईओ सिंह को उक्त संबंध में एक ज्ञापन दिया। वहीं सीबीईओ सिंह ने बताया कि इस सन्दर्भ में बिना जांच के निर्णय देना उचित नहीं होगा। इसके लिए एक कमेटी गठित कर गहनता से जांच कराई जाएगी और दोषी अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्राचार्य मुन्शी खां का कहना था कि वे सभी के साथ एक जैसा व्यवहार करते हैं। जितना सरकार से मिलता है उसे छात्राओं को दे दिया जाता है। जो भी आरोप लगाए गए हैं वे सभी सरासर गलत हैं। राजकीय उच्च माध्यमिक बालिका विद्यालय संस्था प्रधान वेद प्रकाश गर्ग ने बताया कि उन्हें यहां आए कम समय ही हुआ है। उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है।