प्रदेश से बाहर की महिलाओं को भी मिले नौकरी में आरक्षण भरतपुर. एससी-एसटी ओबीसी महासंघ महासंघ की प्रदेश बैठक बाबा दुर्लभनाथ के मन्दिर पुष्पवाटिका में रामचन्द्र सांखला की अध्यक्षता में हुई। इसमें सर्वप्रथम महासंघ के सदस्य कैलाश सारवान को मनोनीत पार्षद नियुक्त होने पर माला साफा पहना कर स्वागत किया गया। साथ ही मुकेश पिप्पल को राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेड़कर का जिलाध्यक्ष एवं महेन्द्र सिंह बावैन को महासचिव निर्वाचित होने पर सम्मानित किया गया। मुकेश बौद्ध को बामसेफ का जिलाध्यक्ष नियुक्त होने पर स्वागत किया गया। महासंघ की बैठक में एससी-एसटी ओबीसी की महिलाओं को जो राजस्थान से बाहर से शादी होकर आई हैं उन्हें वर्ग अनुसार राजस्थान में सरकारी नौकरी एवं राजनैतिक भागीदारी में आरक्षण दिया जाना चाहिए। इस पर विस्तार से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि इसमें आरक्षण को लागू किया जाए। जाति आधारित ओबीसी की जनगणना कराई जाए। भर्ती परीक्षा में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। भारतीय प्रशासनिक सेवा में बैक डोर से एन्ट्री बंद की जाए। महासंघ की ओर से सभी जिलों पर जिला कार्यकारिणी गठन का आश्वासन दिया गया है। इस मौके पर रामदयाल सैनी, रतीराम भारती, सूरज सिंह, रामगोपाल चौधरी, राजेन्द्र सिंह, पंकज सेन, रमेशचन्द वर्मा, शिवचरणलाल मधुकर, मुकेश पिप्पल, महेन्द्र सिंह, करतार सिंह, खूबचन्द नागर, कैलाश सारवान, श्यामलाल नैनिवाल आदि उपस्थित थे। प्रदेश अध्यक्ष रामगोपाल चौधरी ने आभार व्यक्त किया।