लुपिन ने जनाना को दिए 60 पंखे लुपिन फाउंडेशन ने जनाना अस्पताल में भर्ती रोगियों के लिए 60 पंखे दान स्वरूप उपलब्ध कराए हैं। संस्था ने अस्पताल के खराब एग्जॉस्ट फैन, कूलरों व शौचालयों की मरम्मत का कार्य भी शुरू करा दिया है। इस दौरान अतिथि के रूप में नगर निगम आयुक्त डॉ. राजेश गोयल, अतिरिक्त कलक्टर शहर के.के. गोयल एवं संस्था के अधिशासी निदेशक सीताराम गुप्ता मौजूद रहे। आयुक्त डॉ. गोयल ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों में रोगियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हम सबको सहयोग करना चाहिए। जनाना चिकित्सालय में पंखे काफी पुराने होने के कारण खराब हो गए हैं। इससे रोगियों को भीषण गर्मी में परेशानी हो रही थी। उन्होंने लुपिन का आभार जताते हुए कहा कि चिकित्सालय की अन्य समस्याओं को शीघ्र दूर कराने का प्रयास किया जाएगा। एडीएम गोयल ने कहा कि चिकित्सालय की सभी समस्याओं का मिलकर समाधान कराया जाएगा। उन्होंने चिकित्सालय को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए मैन पानी की टंकी से जोडऩे के लिए अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए। लुपिन के अधिशासी निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि जनाना चिकित्सालय की समस्याओं को सूचीबद्ध करा लिया है, जिनका निराकरण लुपिन, नगर निगम व नगर विकास न्यास से कराया जाएगा। रोगियों को बेहतर चिकित्सा सेवा मुहैया कराने के लिए समिति भी गठित की जाएगी। संस्था ने चिकित्सालय को दो एयरकन्डीशनर पूर्व में मुहैया करा दिए हैं तथा दो एसी हरी ऑयल मिल व एक ऑटो मोबाइल डीलर सोसायटी की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि खराब पंखों में ठीक होने योग्य पंखों की सूची बनाई जाए, ताकि शेष खराब पंखों की नीलामी की जा सके। उन्होंने चिकित्सालय को नेबूलाइजर उपलब्ध कराने का विश्वास भी दिलाया। इसके बाद सभी ने चिकित्सालय का भ्रमण किया। इस दौरान उनके साथ चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. रूपेन्द्र झा, डॉ. हिमांशु, लुपिन के क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबन्धक डॉ. राजेश शर्मा, पुनीत गुप्ता, राजेन्द्र माहुरे एवं बबीता चौहान आदि मौजूद रहे।
स्वास्थ्य मंदिर भी लगवाएगा 20 पंखे पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य मंदिर संस्थान ने भामाशाह योगेश इण्डस्ट्रीज एवं आयॅल मिल भरतपुर की ओर से 20 पंखे लगाने का निर्णय लिया है। भामाशाह दिनेशचन्द अग्रवाल ने कहा कि पत्रिका की ओर से इस तरह का मुद्दा उठाने से लोगों की पीड़ा का आभास हुआ। इस बात को ध्यान में रखते हुए जनाना हॉस्पिटल को 20 पंखे दान देने के साथ लगाने का भी निर्णय लिया है। पूर्व में भी स्वास्थ्य मंदिर की ओर से भामाशाहों के माध्यम से व्हीलचेयर, स्ट्रेचर एवं निमूलाइजर आदि उपलब्ध कराए थे।