जानकारी के अनुसार 6 सितम्बर 2019 की रात 10.50 बजे हॉस्टल से तेज म्यूजिक आवाज पूरे परिसर में गूंजने लगी। तेज आवाज सुनकर परिसर के आवासों में रह रहे कुछ 3-4 फैकल्टी मैम्बर हॉस्टल(बॉय) के बाहर पहुंचे। उन्होंने देखा कि हॉस्टल में तेज म्यूजिक पर वर्ष 2018 बैच के एमबीबीएस स्टूडेंट डांस कर रहे थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब फैकल्टी मैम्बर ने छात्रों को डीजे बंद करने को कहा तो फैकल्टी व छात्रों के बीच कहासुनी भी हो गई। विद्यार्थियों ने हॉस्टल में डीजे लाने व बजाने के लिए कॉलेज प्रशासन से अनुमति भी नहीं ली थी। इतना ही नहीं अगले दिन 7 सितम्बर को सुबह बैच के सभी छात्र कक्षाओं में भी नहीं पहुंचे। इसको सभी विभागाध्यक्षों व प्राचार्य ने गम्भीरता से लिया और पूरे बैच के सौ छात्रों को 30 दिन के लिए सस्पेंड कर तुरंत हॉस्टल खाली करने के आदेश जारी कर दिए। साथ ही इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा के सभी उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया।
होना था गणेश महोत्सव का आयोजन
जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज में गणेश चतुर्थी को देखते हुए 12 सितम्बर को गणेश महोत्सव का आयोजन होना था। लेकिन एमबीबीएस स्टूडेंट्स द्वारा देर रात को डीजे बजाने व उक्त घटना के बाद आयोजन निरस्त कर दिया गया है।
सौ को सस्पेंड किया है
आधी रात को हॉस्टल में बिना अनुमति के तेज आवाज में डीजे बजाने व अगले दिन कक्षाओं में नहीं पहुंचने पर वर्ष 2018 के पूरे बैच को 30 दिन के लिए सस्पेंड किया है। सभी को हॉस्टल खाली करने के निर्देश भी दिए हैं।
– डॉ. रचना नारायन, प्राचार्य एवं नियंत्रक, मेडिकल कॉलेज भरतपुर।