महेश जायसवालभदोही . कहा जाता है कि भारतीय सभ्यता सोच से भी पुरानी है। भारतीय परंपरा और मूल्यों से भरे भारत में पग-पग पर मंदिर, मठ और देवालय हैं। हर देवालय से जुड़ी अपनी रोचक कहानियां हैं। कुछ के प्रमाण हैं कुछ की मान्यता है। ऐसा ही एक मंदिर है यूपी के भदोही जिले में भी है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में जो शिवलिंग है उसके नीचे खजाना गड़ा हुआ है जिसकी सुरक्षा विषैले नाग करते हैं। जिसने भी इस खजाने को खोजने की कोशिश की उसके साथ कोई न कोई बुरी घटना घटी। आज भी अक्सर यहां सोने के सिक्के आदि भी मिलते रहे हैं। इस मंदिर को लेकर लोगों की श्रद्धा और उनका विश्वास अटूट है। यहां दूर-दूर से लोग पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं।
भदोही के शिवसेवकपट्टी में मनकामेश्वर हम जिस मंदिर का जिक्र कर रहे हैं वह उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में है, जो पहले धर्मनगरी वाराणसी का हिस्सा था, लेकिन अब भदोही अलग जिले के नाम से जाना जाता है। काशी और प्रयाग के मध्य गंगा किनारे स्थित बाबा सेमराधनाथ मंदिर की नगारी के नजदीक एक गांव है शिवसेवकपट्टी। इसी गांव शिवसेवकपट्टी में मन कामेश्वरनाथ मंदि मौजूद है। यह मंदिर पूरी तरह पत्थरों से बना है, जिस पर जगह-जगह आकर्षक नक्काशी की गयी है। मंदिर का ऊपरी हिस्सा खंडहर में तब्दील हो चुका है, बावजूद इसके अटूट आस्था के चलते लोग यहां दर्शन-पूजन के लिये आते रहते हैं।
शिवलिंग के नीचे है खजाना, नाग करते हैं रक्षा मनकामेश्वर मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है। इसको लेकर विभिन्न मान्यताएं हैं। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण किसी व्यक्ति ने नहीं बल्कि देवों ने किया था। कहा जाता है कि मंदिर के गर्भगृह में खजाना है और इस खजाने की रक्षा विषैले नागराज करते हैं। यही वजह है कि आज तक कोई इस खजाने तक नहीं पहुंच सका और वह उसी तरह सुरक्षित है जैसे उसे गर्भगृह में रखा गया होगा।
जिसने चाहा खजाना पाना, उसके साथ हुआ बुरा आज तक कोई मंदिर के खजाने तक नहीं पहुंच सका है और यह राज राज ही है। कहा जाता है कि खाजाना पाने की नीयत से कई बार यहां कोशिशें भी हुईं। कई बार चोरों ने खजाना निकालने की नाकाम कोशिश की, लेकिन वह शिवलिंग को उखाड़ नहीं सके, शिवलिंग टेढ़ा हो गया, लेकिन उखड़ नहीं सका। इतना ही नहीं जिसने भी मंदिर का खजाना पाने की कोशिश की उसके साथ कुछ न कुछ बुरा जरूर हुआ।
भर राजाओं का है खजाना, अक्सर मिलते हैं सौने के सिक्के मनकामेश्वर मंदिर के नजदीक एक टीला भी है, जिसे भर साम्राज्य के समय का बताया जाता है। कहा जाता है कि भर राजाओं ने ही टीले के नजदीक शिव मंदिरों मंदिरों में बेशकीमती खजाना छिपाया होगा। गांव के बुजुर्ग लालचन्द्र मिश्रा की मानें तो यहां समय-समय पर सोने व दूसरी धातुओं के सिक्के अक्सर मिलते रहते हैं। मन कामेश्ववरनाथ का दिव्य मंदिर न सिर्फ लोगों की मनोकामना पूरी करता है बल्कि इसमें खजाना का राज भी है जो आज तक रहस्य है।
Hindi News / Bhadohi / इस मंदिर में शिवलिंग के नीचे छिपा है बेशकीमती खजाना, जिसने भी नजर डाली, उसके साथ ऐसी घटना घटी कि…