दरअसल विधायक विजय मिश्रा गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के धनापुर में कई वर्षों से रह रहे हैं। इसे लेकर उनके रिश्तेदार कृष्णमोहन ने पुलिस से शिकायत की है कि धनापुर का मकान उनका है जिसमें विधायक जबरदस्ती रह रहे हैं। साथ ही विधायक पूरे मकान की वसीयत लिखने का दबाव बना रहे हैं और ऐसा न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। आरोप है कि विधायक ने रिश्तेदार की फर्म पर भी कब्जा किया हुआ है। इन सभी आरोपों पर गोपीगंज कोतवाली में विजय मिश्रा, उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्रा और बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गयी है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि पूरे मामले में जांच चल रही है। शिकायतकर्ता ने अपनी जान को खतरा बताया था जिसके बाद उन्हें एक गनर और चार कांस्टेबल सुरक्षा के लिए मुहैया कराया गया है। वहीं विधायक विजय मिश्रा ने इन सभी आरोपों पर सफाई देते बेबुनियाद और गलत बताया है। उनका दावा है कि आरोप लगाने वाले रिश्तेदार का मकान अलग और उनका मकान अलग है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा है कि फर्म में रिश्तेदार के पास पैसा पड़ा होगा जिसे वो हड़पना चाहते होंगे या फिर विरोधी मेताओं के सम्पर्क में होंगे इसलिए गलत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि प्रशासन उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रहा है। आए दिन पुलिस की मिलीभगत से फर्जी मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं।