आकांक्षा दुबे के चाचा ने एक स्थानीय मीडिया से कहा है कि उनकी वकील से बात हुई है। वकील का कहना है कि होटल के रूम में आकांक्षा एक लड़के के साथ गई थी। उससे पहले ही वहां कोई तीसरा आदमी था। जब ये लड़का आकांक्षा को छोड़कर निकल गया तो उस तीसरे आदमी ने हमारी बेटी को मार डाला।
होटल स्टाफ का क्या कहना है
होटल स्टाफ ने किसी तीसरी आदमी के होने की बात से साफ इंकार कर दिया है। ये भी कहा है कि पूरी सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास है, अगर ऐसा कुछ होगा तो पता चल जाएगा।
इस सबमें एक बात स्टाफ ने मानी है कि आकांक्षा के पास अपने रूम की चाबी नहीं थी। उनके रूम की चाबी बराबर के रूम में ठहरी रेखा नाम की लेडी के पास थी। आकांक्षा ने उनका दरवाजा खटखटाकर चाबी उनसे ली थी।
आकांक्षा के परिवार के आरोप और होटल स्टाफ के बयान में एक दिलचस्प संयोग है। परिवार कह रहा है कि कमरे में पहले से कोई था। वहीं होटल स्टाफ भी इस बात को स्वीकार कर रहा है कि आकांक्षा जब होटल से बाहर थीं तो उनके रूम की चाबी उनके पास नहीं थी बल्कि होटल में ही थी। हालांकि इस पूरे मामले का सच क्या है, ये तो पुलिस की जांच के बाद ही सामने आ पाएगा।
बता दें कि 25 मार्च की रात को आकांक्षा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। 26 मार्च को सुबह उनका शव होटल के कमरे में मिला था। एक तरफ पुलिस मामले को अभी तक आत्महत्या के तौर पर देख रही है। वहीं आकांक्षा का परिवार एक्टर समर सिंह पर आकांक्षा की हत्या का आरोप लगा रहा है।