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बेतुल

खेत के घर में अवैध रुप से रखी थी सागौन की चरपटें

शाहपुर में शनिवार सुबह उडऩदस्ते की कार्रवाई में खेत में बने एक मकान में अवैध रुप से रखी सागौन की चरपटें भारी मात्रा में जब्त की है। चरपट बनाने के उपकरण भी जब्त किए हैं।

बेतुलFeb 15, 2020 / 08:57 pm

ghanshyam rathor

Forest Department confiscated teak

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बैतूल। शाहपुर में शनिवार सुबह उडऩदस्ते की कार्रवाई में खेत में बने एक मकान में अवैध रुप से रखी सागौन की चरपटें भारी मात्रा में जब्त की है। चरपट बनाने के उपकरण भी जब्त किए हैं। घर मालिक को गिरफ्तार किया है। इसके पूर्व में भी आरोपी केस दर्ज किया गया था। आरोपी द्वारा लंबे से अवैध सागौन का कारोबार किया जा रहा था।
सीसीएफ के उडऩदस्ते में शामिल पीएन बर्डें ने बताया कि सीसीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शाहपुर निवासी उमेश चौधरी के खेत में बने मकान में अवैध रुप से सागौन की चरपटें रखी गई है। मकान पर छापामार कार्रवाई की गई। घर में बड़ी मात्रा में अवैध सागौन की चरपट के बंडल बना कर रखे हुए थे, जिनको कर्मचारियों ने जब्त किया है। बैतूल से पहुंची टीम और शाहपुर रेंजर जीएस पवार के नेतृत्व में छापामार कार्रवाई की गई है, जिसमें 255 नग अवैध सागौन की चरपट समेत औजार भी जब्त किए हैं। जब्त की गई सागौन 0.772 घन मीटर है जिसकी कीमत लगभग २१ हजार रुपए हैं। आरोपी विनोद चौधरी को गिरफ्तार कर घर को सील कर दिया है। लिया है। आरोपी के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। आरोपी द्वारा चरपटों को फर्नीचर बनाने वालों को बेचा जाता था। घर में ही चरपटें तैयार की जाती थी। शाहपुर बस्ती से मकान लगभग एक किमी दूर होने से किसी को पता भी नहीं चल पाता था। वही आरोपी का कहना है कि सागौन उसके खेत से ही काटा गया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी के पास सागौन काटने की कोई अनुमति नहीं मिली है।
फाइनल होने के बाद अचानक निरस्त किया ठेका
बैतूल। भारत इलेक्ट्रिकल वक्र्स शाहपुर के सुनील कुमारे वराठे ने जिला पंचायत सीइओ बैतूल से शिकायत में बताया कि जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी द्वारा भोपाली मेले में विद्युत ठेके के लिए निविदा बुलाई गई थी। विद्युत ठेके की दर कम होने से भारत इलेक्ट्रिकल वक्र्स को ठेका दिया गया था। बाद में जनपद के अधिकारियों ने अचानक निविदा निरस्त कर दोबारा से १३ फरवरी को निविदा बुलाई। इसकी सूचना भी पूर्व में टेंडर डालने वाले ठेकेदार को नहीं दी गई। ठेका कृष्णकुमार पटवारी को दे दिया। पूर्व में टेंडर डालने वाले ठेकेदार दिनेश कुमार आर्य सारणी और जिसका ठेका अधिकारियों ने रेट कम होने से फाइनल कर दिया था,उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई। अधिकारियों ने टेंडर प्रक्रिया की अनेदखी कर अपने चहेते को लाभ देने दोबारा टेंडर किया गया। भारत इलेक्ट्रिकल वक्र्स शाहपुर के सुनील कुमार वराठे ने १३ फरवरी को किया गया ठेका निरस्त कर ७ फरवरी को हुआ टेंडर विधिवत रखने की मांग की है। वराठे ने बताया कि ठेका फाइनल होने पर लगभग एक लाख रुपए की सामग्री भी खरीद ली थी। ठेका किन कारणों से निरस्त किया गया है। इसकी जानकारी अधिकारियों द्वारा नहीं दी जा रही है।

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