बीते 24 घंटे में सारनी क्षेत्र में 22 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है। इसी के साथ बरसात का आंकड़ा सोमवार सुबह 8 बजे तक 382 मिलीमीटर पर पहुंच गया है। बीते साल की तुलना में इस वर्ष की औसत वर्षा बेहतर है। सारनी क्षेत्र में पूरे सीजन में सामान्य वर्षा 1500 मिलीमीटर है। 1433 फीट जल भरण क्षमता वाले सतपुड़ा जलाशय का लेबल 23 जुलाई तक 1430 फीट मेंटेंन किया गया।
जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी अंतर्गत लोनिया पंचायत नदी के दूसरे छोर पर है। इस पंचायत में प्रवेश के लिए एकमात्र साधन नाव है। बरतसा के दिनों में राजडोह नदी में बाढ़ आने पर पंचायत अंतर्गत आने वाले गांवों का संपर्क पूरी तरह टूटा रहता है। सोमवार सुबह से चल रही बाढ़ के चलते नदी में नाव चालन बंद रहा। ग्रामीण बताते हैं कि नदी पर पुल निर्माण के लिए खड़े किए जा रहे बीम की वजह से पानी का कटाव तेज रहता है। बाढ़ में नाव चालन मुश्किल भरा काम होता है। इस वजह से नदी में बाढ़ आने पर नाव चालन पूरी तरह बंद रहता है।
स्टेट हाइवे 43 पर सारनी-खैरवानी के बीच आंवले का विशालकाय पेड़ गिर गया। जिससे आवागमन बाधित रहा। हालांकि समय रहते पेड़ की छटिंग कर देने से मार्ग पर आवागमन शुरू हो गया। गौरतलब है कि सारनी-खैरवानी के बीच घना जंगल है। सडक़ निर्माण के दौरान पेड़ों के आसपास की मिट्टी निकाल ली गई है। जिससे पेड़ कमजोर होकर सडक़ के दोनों छोर पर खड़े हैं। आंधी चलने या बरसात होने पर कमजोर जड़े वाले पेड़ सडक़ पर गिर जाते हैं।