ब्यावर. अजमेर, पाली, राजसमंद एवं भीलवाडा जिलों का पुनर्गठन किया जा कर नया जिला ब्यावर गठित हो चुका है। जिसका मुख्यालय ब्यावर होगा। जिला कलक्टर कार्यालय की शुरुआत शनिवार को हुई। विशेषाधिकारी कार्यालय पर जिला कलक्टर कार्यालय अंकित कर दिया गया। ब्यावर जिले में छह उपखंड शामिल होने के बाद औद्योगिक, शिक्षा, चिकित्सा के नजरिए से मजबूत जिले ने आकार लिया है। राजस्थानी कहावत है कि करम कमाई मैळ है , नहीं ताकड़ी काण । उद्योग आस अमर करै, भाग सवायो जाण…के अनुरूप ही ब्यावर जिला औद्योगिक दृष्टि से खासा समृद्ध होगा। इन उद्योगों व व्यापार को बेहतर प्रशासनिक सहयोग मिलेगा तो व्यापार परवान पर होगा। यह उद्योगों की आशा ही ब्यावर के भाग्य को सवाया कर रहे हैं। ब्यावर जिले में मोटे रूप से आने वाले प्रशासनिक, औद्योगिक, कृषि, शिक्षा व चिकित्सा सहित अन्य क्षेत्र पर एक रिपोर्ट।
ब्यावर जिले का प्रशासनिक स्वरूप
जिला कलक्टर-रोहिताश्वसिंह तोमर, जिला कलक्टर कार्यालय, पुराना उपखंड कार्यालय भवन
जिला पुलिस अधीक्षक -नरेन्द्रसिंह, कार्यालय- सहायक पुलिस अधीक्षक कार्यालय
नोडल अधिकारी-सरकार ने ब्यावर में संचालित जलदाय, डिस्कॉम, चिकित्सा, शिक्षा, सार्वजनिक निर्माण विभाग, रसद, आबकारी, पशुपालन, महिला एवं बाल कल्याण, जिला परिवहन कार्यालय सहित अन्य विभागों के ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
ब्यावर जिला- प्रशासनिक ढांचा : एक नजरजिले में उपखंड क्षेत्र –
ब्यावर, टॉडगढ, जैतारण, रायपुर, मसूदा व बदनोर उपखंड को शामिल किया गया है।जिले में तहसीलें –
ब्यावर, टॉडगढ, जैतारण, रायपुर, मसूदा, बिजयनगर व बदनोरयह थाने ब्यावर जिले में-
ब्यावर शहर, सदर थाना, मसूदा थाना, जवाजा थाना, टॉडगढ थाना, बिजयनगर थाना, नवसृजित साकेतनगर थाना (अधिसूचना शेष), पाली जिले के रायपुर, जैतारण, बर, रास, सेंदडा, आनन्दपुर कालू, भीलवाडा जिले का बदनोर एवं राजसमंद जिले का बार थाना अब ब्यावर जिले में शामिल।यह होंगे सीओ सर्किल
ब्यावर में ब्यावर वृत, मसूदा वृत, जैतारण वृतपंचायत समिति –
रायपुर, जैतारण, मसूदा, जवाजा, बदनोरनगर परिषद- ब्यावर
नगर पालिका – जैतारण एवं बिजयनगरविधानसभा क्षेत्र- ब्यावर, मसूदा व जैतारण
इन विधानसभा की तहसील व उपतहसील ब्यावर जिले में-भीलवाडा जिले की आसींद विधानसभा का बदनोर क्षेत्र एवं राजसमंद जिले के भीम विधानसभा क्षेत्र का बार उपतहसील क्षेत्र की सात ग्राम पंचायतें।
चिकित्सा
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में ब्यावर जिला मुख्यालय पर 300 बेडेड राजकीय अमृतकौर जिला अस्पताल है। इसी अस्पताल में ऑक्सीजन के चार प्लांट हैं। नए भवन के लिए बजट स्वीकृत हो गया है। जिसके लिए जगह का चिह्नीकरण किया जा रहा है। जिले के जैतारण में जिला अस्पताल सहित सीएचसी स्तर के अस्पताल हैं। ब्यावर में एएनएम सेंटर संचालित है। मसूदा में नर्सिग कॉलेज शुरु होगा।
जलापूर्ति
जलापूर्ति के लिहाज से ब्यावर जिला बीसलपुर बांध पर आश्रित है। शहर सहित क्षेत्र को प्रतिदिन 27 एमएलडी पानी मिलता है। जैतारण व रायपुर जवाई परियोजना से जुड़े हैं। इसमें काम चल रहा है।
शिक्षा
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में देखें तो जिले में कुल आठ सरकारी कॉलेज हैं। जिनमें ब्यावर का सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय, बालिका कन्या महाविद्यालय, जैतारण में पीजी महाविद्यालय, बर, रायपुर, मसूदा, बिजयनगर, बडाखेडा में महाविद्यालय हैं। इसमें बडाखेडा में इस वर्ष पहला सत्र शुरु होगा।
सड़क एवं रेल परिवहन
ब्यावर जिले में ब्यावर रेलवे स्टेशन ए श्रेणी का है। जिला मुख्यालय का रेलवे स्टेशन भी बड़ा है। बांगड ग्राम रेलवे स्टेशन में परिवहन के लिहाज से बडा यार्ड तैयार हुआ है। इसके अलावा खरवा, बांगडग्राम, अमरपुरा, सेंदडा, बर, हरिपुर रेलवे स्टेशन शामिल हुए है। ब्यावर में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित दो राज्य राजमार्ग भी शामिल हुए है।
कृषि उपज मंडी समिति
अब ब्यावर जिले में तीन कृषि उपज मंडी हो जाएगी। इसमें ब्यावर, जैतारण व बिजयनगर की कृषि उपज मंडी शामिल है।
औद्योगिक बदलाव :
पाली जिले के रायपुर व जैतारण के ब्यावर जिले में शामिल होने से औद्योगिक दृष्टि से मजबूती मिलेगी। सीमेंट, चूना व केबल इंडस्ट्रीज ब्यावर जिले में आएगी। इसमें रायपुर व जैतारण आने से सात सौ करोड़ की केबल इंडस्ट्रीज, दो हजार करोड़ की सीमेंट इंडस्ट्रीज एवं चार सौ से अधिक चूना व पत्थर की फैक्टि्र्यो के टर्नओवर व रोजगार का फायदा ब्यावर जिले को मिलेगा। सराधना रीको औद्योगिक क्षेत्र भी ब्यावर में आ जाएगा। अब ब्यावर से सटे इस क्षेत्र के व्यापारियों को छोटे-छोटे काम के लिए पाली नहीं जाना होगा।