साधारण सभा शुरू होने से पूर्व आयुक्त रणजीतसिंह गोदारा ने विधायक का स्वागत करते हुए उन्हें तथा सभापति को साफा बंधवाया। साधारण सभा शरू होने के साथ ही हंगामा मच गया। पार्षद दलपतराज मेवाड़ा एवं मंगतसिंह मोनू ने बोलना शुरु कर दिया। कुछ देर तक हो-हल्ला होता रहा। सभापति गोविंद पंडित ने प्रस्ताव पर चर्चा करने की बात कहीं। उपसभापति रिखबचंद खटोड़ ने इन प्रस्तावों को अगली साधारण सभा में रखने की बात कहीं। आसन ने इसको अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस पार्षद राजेश शर्मा ने कांग्रेस पार्षद दल की ओर से जोनल प्लान की खामियों को रेखांकित करते हुए वैधानिक आपति सदन में रखी। देर बाद ही भाजपा पार्षदों ने टेबल उलट दिए तथा वेल में आकर आसन को घेर लिया। इससे कुछ देर तक हंगामा होता रहा। हंगामे के बीच ही आसन ने सभी प्रस्तावों को ध्वनिमत से पारित करने की व्यवस्था कर सदन की कार्रवाई को समाप्त कर दिया। साधारण सभा में एसीबी के मामले में सभापति पूर्व बबीता चौहान एवं कनिष्ठ अभियंता साबिर खान अभियोजन स्वीकृति पर भी मुहर लग गई।
इससे पहले स्वागत कार्यक्रम के दौरान विधायक शंकरसिंह रावत ने उपस्थित सभी सदस्यों से शहर के विकास में साधारण सभा को शांतिपूर्ण तरीके से चलाने की अपील इसके बाद सभापति गोविन्द पंडित ने सभी पार्षदों का स्वागत करते हुए साधारण सभा चालू करने की घोषणा की।
सदन में लहराई एलईडी भाजपा पार्षदों ने शहर की चरमराई रोशनी व्यवस्था को लेकर खासा रोष जताया। पार्षद सदन में रोड लाइटें लेकर पहुंचे एवं आसन के सामने जाकर इन्हें लहराया। इससे कुछ देर तक हंगामा होता रहा। इस दौरान कांग्रेस पार्षदों ने तंज कसा एवं बोले के यह एलईडी उनके बोर्ड के कार्यकाल में ही आई है।
‘प्रस्ताव आमजन के हित में पारित’ आयुक्त रणजीत गोदारा ने बताया कि शहरहित तथा आमजन के हितों को लिए तैयार किए गए प्रस्ताव साधारण सभा में रखे गए थे। साधारण सभा में प्रस्तावों पर चर्चा की गई और उन्हें पारित किया गया। गोदारा ने बताया कि जिन प्रस्तावों पर पार्षदों की आपत्तियां मिली है उन्हें ले लिया गया है। हालांकि प्रस्तावों में आपत्ति जैसे कुछ नहीं था लेकिन पार्षदों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें शामिल किया गया है। आयुक्त गोदारा ने बताया कि सभी छह प्रस्ताव शहरहित से संबंधित थे। उन्होंने बताया कि बिल्डिंग लाइन को लेकर वापस सर्वे होगा। उस सर्वे पर आपत्तियां मांगी जाएंगी।