Eye Creams: बाजार में कई ऑय क्रीम उपलब्ध हैं जो इन डार्क सर्कल्स को हटाने का दावा करते हैं। इनमें विटामिन सी युक्त आई क्रीम या सीरम चुनें क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट आंखों के नीचे होने वाले डार्क सर्कल्स को हटाने में मदद करते हैं। इसके अलावा रेटिनॉल विटामिन ए त्वचा को फिर से जीवंत करने वाले गुणों के लिए जाना जाता है। रेटिनॉल-बेस्ड आई क्रीम या सीरम के नियमित उपयोग से आंखों के नीचे के क्षेत्र की बनावट और टोन में सुधार हो सकता है, जिससे काले घेरे कम होते हैं।
Better Sleep: देर रात तक फ़ोन पर सोशल मीडिया सर्फ करते हुए video, रील्स, फोटोज देखते रहने से नींद में कमी आ सकती है। इस कारण भी आँखों के नीचे डार्क सर्कल्स हो सकते हैं। नींद की कमी ना हो इसलिए हर रात 7-9 घंटे की अच्छी नींद लेने की कोशिश करें ताकि सुबह उठने पर शरीर तरोताजा हो सके और आंखों के आसपास सूजन और डार्क किरलेस कम हो जाए।
Use Cold Compress: आँखों की थकान एक आम परेशानी है। इसके कई कारण हो सकते हैं जिससे आगे चल कर डार्क सर्कल्स हो जाते हैं। ऐसे में आँखों पर कोल्ड कंप्रेस, जैसे ठंडे खीरे के स्लाइस या ठंडा वाटरमेलन स्लाइस (फ्रिज में रख कर ठंडा किया हुआ) लगाएं जिससे ब्लड वेसल्स और आंखों के आसपास सूजन और डार्क सर्कल्स को कम करने में मदद मिलती हैं।
यहां जानें कैसे मेथी पाचन, पीरियड पैन के दर्द में मदद करती है
Avoid Sun Exposure: लंबे समय तक धूप में रहने से आंखों के नीचे के घेरे बिगड़ सकते हैं। आंखों के नीचे के क्षेत्र में कम से कम एसपीएफ़ 30 के साथ एक व्यापक स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाएं। साथ ही धूप का चश्मा पहनें, और हानिकारक यूवी रेज़ से सुरक्षा के लिए हैट, कैप या अम्ब्रेला का उपयोग करें।
Hydration: स्वस्थ त्वचा के लिए हाइड्रेटेड रहना बहुत आवश्यक है। दिन भर खूब पानी पिएं और आंखों के नीचे के क्षेत्र को मॉइस्चराइज करने के लिए हाइड्रेटिंग आई क्रीम का उपयोग करें, यह ड्राईनेस को रोकने और डार्क सर्कल्स को कम करने में असरदार है।
Positive Lifestyle Changes: एक अनहेल्दी लाइफस्टाइल अंडर-आई सर्कल का कारण बन सकती हैं। इनमें अनहेल्दी डाइट, स्मोकिंग, स्ट्रेस, शामिल हैं। ऐसे में अपनी डाइट में नमक का सेवन कम से कम करें, क्योंकि अतिरिक्त सोडियम आँखों के नीचे सूजन को बढ़ा सकता है। स्मोकिंग से परहेज करें , यह रक्त सर्कुलेशन पर बुरा असर डालता है और दर सर्कल्स पैदा कर सकता है। आखिर में स्ट्रेस मैनेज करने के लिए योग, मैडिटेशन और ब्रीथिंग एक्सरसाइजेज करें क्योंकि स्त्री भी अंडर-आई सर्कल बढ़ा सकता है।