जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर भाजपा व कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों में कांटे का मुकाबला रहा। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार 8.3 प्रतिशत मतदान कम हुआ था, जो भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशियों की धड़कन बढ़ा रखी है। अब तक यह ट्रेंड रहा है कि मतदान प्रतिशत कम होने पर सत्ताधारी दल के लिए चिंताजनक रहा है। इस बार मतदान में यह देखने को मिला कि शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत ज्यादा और ग्रामीण क्षेत्र में कम रहा। जिससे भाजपा लगातार तीसरी बार जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाने का दावा कर रही है। जबकि कांग्रेस भी जातीय बाहुल्य वोटबैंक के जरिये जीत की पटरी पर लौटने का दावा ठोक रही है। जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर शहरी क्षेत्र में 59.51 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 55.79 प्रतिशत मतदान हुआ है। जबकि कुल मतदान 56.70 प्रतिशत रहा है। समर्थकों के जीत हार के दावे कहां तक सही निकलते हैं यह 4 जून को मतगणना के साथ ही स्पष्ट हो पाएगा।
2009 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लालचंद कटारिया ने भाजपा के राव राजेंद्र सिंह को हराकर यूपीए सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री बने। इसके बाद 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से कद्दावर नेता सीपी जोशी को मैदान में उतारा तो भाजपा ने कर्नल राज्यवर्धनसिंह राठौड़ को मैदान में उतरा। जिसमें भाजपा के राज्यवर्धनसिंह ने सीपी जोशी को हराया और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी केंद्र सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री बने। इसके बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने फिर से राज्यवर्धनसिंह राठौड़ को प्रत्याशी बनाया तो उनके सामने कांग्रेस ने ओलम्पियन कृष्णा पूनिया को टिकट देकर चुनाव को रोचक बनाया, लेकिन भाजपा के राज्यवर्धनसिंह राठौड़ दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए। लेकिन 2019 में राज्यवर्धनसिंह को मंत्री नहीं बनाया गया। अब भाजपा ने तीन बार विधायक व पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रहे कद्दावर नेता राव राजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा, जबकि कांग्रेस ने युवा अनिल चौपड़ा को टिकट देकर मैदान में उतारा।
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर यह चौथा चुनाव होने जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने हर बार प्रत्याशी बदला है। 2009 में पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी लालचंद कटारिया ने शानदार जीत दर्ज की थी। इसके बावजूद 2014 के चुनाव में कांग्रेस ने कद्दावर नेता सीपी जोशी को मैदान में उतरा, लेकिन सफल नहीं हुए। 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर प्रत्याशी बदला और ओलम्पियन कृष्णा पूनिया को चुनाव में उतारा। अब इस चुनाव में भी कांग्रेस ने युवा चेहरा अनिल चौपड़ा को चुनावी मैदान में उतारा है।
कोटपूतली 53.17
विराटनगर 53.85
शाहपुरा 58.22
फुलेरा 59.30
झोटवाड़ा 59.59
आमेर 59.50
जमवारामगढ़ 57.32
बानसूर 49.47