मनोज चतुर्वेदी ने कहा कि फिल्म की कहानी में ट्रेजेडी है, एक्शन है, ड्रामा है, रोमांस है और कॉमेडी है। मनोज ने कहा कि “मैं शिवशक्ति का भक्त हूं, इसलिए भक्त होने के नाते मैं अपनी पहली फिल्म को शिवशक्ति के चरणों में समर्पित करने जा रहा हूं। पेशे से मनोज चतुर्वेदी केमिस्ट रहे हैं और देश की सबसे बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनियों में से एक फार्मास्यूटिकल कंपनी के साथ बतौर केमिस्ट जुड़े रहे हैं। मनोज ने फिल्म बनाने से पहले एक छात्रनीति नाम की डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई थी। करीब 10 सालों की स्ट्रगल के बाद मनोज चतुर्वेदी ने फिल्म बनाई, जिसका नाम है डकैत ऑफ धौलपुर।
फिल्म डकैत ऑफ धौलपुर को बाबा सिने एंटरटेनमेंट फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बनाया गया है। फिल्म की कहानी धौलपुर नाम के एक गांव के आम इंसानों और किसानों के इर्द गिर्द घूमती है जिसमें बाहुबली द्वारा किसानों से लेवी वसूलने और इनपर अत्याचार को बड़ी रियलिस्टिक तरीके से दिखाया जाएगा। फिल्म को सेंसर बोर्ड की तरफ से UA सर्टिफिकेट भी दिया जा चुका है।