मतदाताओं के मोबाइलों में अचानक रिंग बजती है और जब वे कॉल रिसीव करते हैं तो उनको कभी प्रधानमंत्री मोदी, कभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आवाज आती है। मोबाइल रिसीव करते ही कान में आवाज आती है हैलो मैं अशोक गहलोत बोल रहा हूं, या फिर पूर्व मंत्री या पूर्व विधायक फला बोल रहा हूं।
एक बार तो मोबाइल रिसीव करने वाले लोग चौंक जाते हैं और उनको खुशी होती है कि उनके पास मुख्यमंत्री गहलोत ने फोन किया है या फिर उनके इलाके मंत्री या विधायक ने फोन किया है। लेकिन जब वे इस बात की चर्चा किसी दूसरे जानकार व्यक्ति से करते हैं तो वे भी यही कहते हैं उनके पास मुख्यमंत्री या पूर्व विधायक या कोई नेता का फोन आया है तो यही बात दूसरा सुनने वाला व्यक्ति भी कहता है।
पिछले कई दिनों से अधिकांश मोबाइल धारकों के पास कभी नरेन्द्र मोदी के तो कभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व स्थानीय नेताओं के फोन के आ रहे हैं। जानकारों का कहना है इस प्रकार के मोबाइल कॉल एक साथ ही अधिकांश लोगों के मोबाइल पर आते हैं। इन नेताओं ने मोबाइल कम्पनियों से टाईअप कर रखा है। नेताओं की रिकॉर्डिंग कर एक साथ ही लोगों के मोबाइलों पर कॉल के रूप में भेजी जाती है। इनमें नेता अपनी राजनीतिक पार्टी या इलाके की योजनाओं की जानकारी देकर वोट मांगते हैं।