उन्होंने बताया पानी में 1 पीपीएम से अधिक फ्लोराइड की मात्रा एवं खाद्य पदार्थों में फ्लोराइड की अधिक मात्रा शरीर में जाने से एवं फ्लोरोसिस रोग हो सकता है। इससे वृद्धावस्था के लक्षण प्रकट हो जाते हैं। शरीर में कूबड़ होना, घुटनों में दर्द, दांत पीले होना एवं अन्य कई प्रकार के मानसिक अवसाद, नपुंसकता, शारीरिक कमजोरी बार-बार प्यास लगना, बार-बार पेशाब होने जैसी कई समस्याएं हो सकती है।
जिला अधिकारी ने बताया कि खानपान में परिवर्तन से इसकी रोकथाम संभव है। बीसीएमएचओ डॉ. रामनिवास यादव ने सभी प्रतिभागी आशा, एएनएम, आशा सुपरवाइजर, जीएनएम इत्यादि को प्रशिक्षण की संक्षिप्त गुणवत्ता और बचाव के उपायों के बारे में बताया। यहां ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारी विजय तिवारी व प्रेमप्रकाश सैनी उपस्थित रहे।