राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 के चुनाव में जयपुर जिले की सभी 19 सीटों पर भले ही भाजपा व कांग्रेस के अलावा तीन निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीत कर आ गए, लेकिन अन्य राजनीतिक पार्टियां कोई सीट नहीं जीत पाई। पिछले कई चुनावों में जरूर बसपा ने पैर जमाने का प्रयास किया था, लेकिन उस पार्टी के चुने जनप्रतिनिधि यहीं की पार्टियों में भागीदार हो गए। आरएलपी भी कुछ खास नहीं कर पाई है। यदि पूरे जयपुर जिले की सभी 19 सीटों की बात की जाए तो जिन सीटों पर अन्य राजनीतिक दलों का मतदान प्रतिशत अधिक है, वहां आरएलपी को अधिक वोट मिले ओर एकाध सीटों पर बसपा को भी वोट मिले थे।
जयपुर ग्रामीण की बस्सी, चाकसू एवं जमवारामगढ़ सीटों पर नजर डाली जाए तो बस्सी सीट पर राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में 16 प्रत्याशी मैदान में थे। जिनमें भाजपा व कांग्रेस के अलावा 8 प्रत्याशी अन्य राजनीतिक पार्टियों से टिकट लाए। इस सीट पर इन पार्टियों को कुल पड़े 168758 मतों का मात्र 2.99 प्रतिशत ही वोट मिले। इसी प्रकार जमवारामगढ़ में भी 7 प्रत्याशी दूसरी पार्टियों से टिकट लाकर चुनाव लड़े थे। इस सीट पर 161867 वोट पड़े, जिनमें से दूसरी पार्टियों के प्रत्याशियों को मात्र 3.28 प्रतिशत वोट ही मिल पाए। इसी प्रकार चाकसू विधानसभा सीट पर 4 प्रत्याशी दूसरी राजनीतिक पार्टियों के थे। इसी सीट पर 158877 वोट डले थे, जिनमें से दूसरी पार्टियों के प्रत्याशियों को मात्र 12.85 प्रतिशत वोट मिले, जिनमें भी आरएलपी को 10.53 प्रतिशत वोट मिले थे, वरना अन्य पार्टियों में किसी को एक तो किसी को आधा प्रतिशत वोट नहीं मिले।
जयपुर जिले की सभी 19 सीटों पर हुए चुनाव में बीएसपी, बीवीएचपी, आरएलपी, आम आदमी पार्टी, एनपीएमपी, आईपीजीपी, ब्लॉक एसपी, आईपीएसएफ, आईपीजीपी, बीवाईएस, आईपीजीपी सहित कई ऐसी पार्टियों ने टिकट दिए थे, लेकिन कई प्रत्याशी तो डले हुए मतों का कई प्रत्याशी आधा तो कहीं पर एक प्रतिशत वोट ये राजनेता ला पाए आए। इन राजनीतिक पार्टियों को कुल मतदान का मात्र 7.64 प्रतिशत ही मत मिला था।