ये भी पढें – 10वीं-12वीं पास युवकों ने जंगल में जमाया था ठगी का सेटअप, पुलिस भी हैरान ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आदिवासी क्षेत्रों में होम स्टे की सुविधा भी पर्यटकों को देने की तैयारी है। इसमें पर्यटन विभाग ने यात्रा की तीन श्रेणियां भी तय कर दी हैं। क्रूज का संचालन अगले वर्ष से होगा।
क्रूज में सफर की तीन श्रेणियां
क्रूज में सफर की तीन श्रेणियां बनाई हैं। पांच दिन के सफर की एक श्रेणी रखी है। इसमें रात्रि विश्राम, भोजन, स्वीमिंग पूल जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। सरदार सरोवर बांध से हापेश्वर-मेघनाद घाट, साकरेज होकर स्टेच्यू आफ यूनिटी तक का रहेगा। इसकी दूरी 270 किमी होगी। ये भी पढें – शहर में जल्द दौड़ेगी इलेक्ट्रिक बसें, स्टूडेंट्स को 50 फीसदी छूट
दूसरा पैकेज एकतरफा यात्रा का होगा, इसमें तीन दिन के लिए सरदार सरोवर बांध से हापेश्वर-साकरेजा व मेघनाद घाट तक का सफर किया जा सकेगा। इसकी दूरी 135 किमी होगी। तृतीय श्रेणी में क्रूज का सफर केवल दो घंटे का होगा। इसमें मेघनाद घाट से 10 किमी परिधि में ही सफर करवाया जाएगा।जलमार्ग पर चार स्थान मेघनाद घाट से शुरु होकर अलीराजपुर जिले के साकरेजा, गुजरात के हापेश्वर होते हुए स्टैच्यू आफ यूनिटी पर स्टेशन विकसित होंगे। इन स्थानों पर जेटी स्टेशन (पोंटून) बनाए जाएंगे।
पर्यटक देखेंगे आदिवासी संस्कृति
ये भी पढें – एमपी के इस परिवार ने राम शब्द से लिख दी 13 हजार पन्नों की रामायण, वजन 90 किलो राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर जहाज चलाने की राह आसान करवाई। निजी एजेंसियों से इस परियोजना के लिए निविदा आमंत्रित की गई है। निविदा में क्रूज संचालन, रुकने के स्थानों, पर्यटकों को उपलब्ध सुविधाओं और आदिवासी बहुल गांवों में होम स्टे की व्यवस्था भी होगी।