दिनेश कुलदीप ने कहा कि खेलकूद में ईमानदारी होनी जरूरी है। निर्णायक की भूमिका निष्पक्ष रूप से होनी चाहिए। हार और जीत एक ही सिक्के के दो पहलू है, अगर कोई टीम हारी है तो मनोबल ना गिराए हौसला रखें अगली बार जरूर आप जीतोगे।
जेकदान चारण,आयोजन सचिव भोमा राम चौधरी,शारीरिक शिक्षक मणिराज बीठूएवं बालमसिंह उपस्थित रहे। संचालन व्याख्याता दल्ला राम सहारण ने किया। आयोजन सचिव भोमा राम चौधरी ने बताया कि प्रति योगिता में 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं। उद्घाटन मैच राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आटी एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सारला के मध्य हुआ जिसमें आटी की टीम विजयी रही।