क्योंकि ३० सितम्बर तक ही स्थानांतरण से रोक हटाई हुई है जिसके बाद फिर से रोक लग गई तो मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा। ट्रांसफर को लेकर शिक्षकों की उत्सुकता का आलम यह है कि ८५ हजार शिक्षकों ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर रखे हैं।
प्रदेश में शिक्षक स्थानांतरण की प्रक्रिया के तहत वरिष्ठ अध्यापकों, व्याख्याताओं, प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापकों के तबादले तो समय-समय पर होते रहे हैं, लेकिन तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले एक दशक से नहीं हुए थे। इसके चलते लम्बे समय से शिक्षक तबादलों की मांग कर रहे थे जिस पर सरकार ने अगस्त में तबादलों से रोक हटाई और २४ अगस्त से ऑनलाइन आवेदन मांगे।
करीब सप्ताह भर आवेदन प्रक्रिया चली जिसके बाद यह माना जा रहा था कि सितम्बर के प्रथम सप्ताह में कभी तबादला सूची आ सकती है, लेकिन इस दौरान विधानसभा सत्र शुरू हो गया। जिसके बाद सत्र समाप्ति पर तबादले होने की आस थी लेकिन यह इंतजार की घडि़या लम्बी होती जा रही है। क्योंकि एक माह बाद भी तबादला सूची नहीं आई है। शिक्षक आस लगाए बैठे थे कि ज्यादा आवेदन होने के कारण तीन सूचियां आएगी जिसमें पहली सूची जल्द ही आएगी लेकिन एेसा नहीं हुआ।
दो दिन बाद लगेगी रोक, कब होंगे आदेश- अध्यापकों के अनुसार सरकार की घोषणा के अनुसार ३० सितम्बर के बाद प्रदेश में स्थानांतरण पर रोक लग जाएगी। अब दो दिन ही शेष बचे हैं जिसमें स्थानांतरण होने के बाद रिलीव होकर पदभार ग्रहण करना होगा जो शिक्षकों के लिए मुश्किल होगा।
जिले के जिले में तो हो स्थानांतरण- पिछले पांच-सात सालों में जिले में सैकड़ों शिक्षक सेवानिवृत्त हुए हैं जिसके चलते कई शिक्षकों के घ्ज्ञर के आसपास की स्कू लें खाली है। यदि सरकार अब स्थानांतरण करती है तो वे अपने इच्छित स्थान पर लग सकते हैं।
जल्द हो स्थानांतरण- लम्बे समय से स्थानांतरण नहीं होने से तृतीय श्रेणी शिक्षक परेशानी झेल रहे हैं। सरकार जल्द ही स्थानांतरण सूची जारी कर शिक्षकों को राहत दे।- घमंडाराम कड़वासरा, शिक्षक नेता राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
तबादला सूची जारी हो- कई सालों बाद तबादलों से रोक हटा सरकार ने राहत दी लेकिन अब सूची नहीं जारी होने से निराशा छा रही है। सरकार तबादला सूची जारी करे। – छगनसिंह लूणू, प्रदेशाध्यक्ष शिक्षक संघ सियाराम (प्रारम्भिक )