सुरेश और चोखाराम दोनों चचेरे भाई हैं और परिजन फार्म हाउस से उनके घर लौटने का इंतजार कर रहे थे लेकिन जैसे ही यह खबर सुनी उनके होश उड़ गए। चोखाराम की तीनों बहनों पर वज्रपात हो गया तो सुरेश के भाई बहिनों के लिए यह घटना पहाड़ जैसी थी।
चोखाराम पढ़ाई में अव्वल था। बारहवीं में उसके करीब 80 प्रतिशत अंक बने थे जिस कारण उसका स्कूल के बोर्ड पर भी फोटो लगा हुआ है। पढ़ाई में अव्वल होने पर आगे पढऩे को परिजन ने बीकानेर भेजा।
सुरेश ने सोशल मीडिया पर दोपहर 1.30 बजे देशवासियों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दी थी। गांव में शोक की लहर
गागरिया गांव में जैसे ही दो युवकों के रक्षाबंधन से पहले डूबकर मरने की सूचना हुई गांव में शोक छा गया। लोग परिजनों को ढाढ़स बंधाने पहुंचे लेकिन खुद की रुलाई नहीं रोक पा रहे थे। एक साथ दो चचेरे भाइयों की अर्थी राखी से पहले उठी तो बहनों का रुदन देखकर लोगों का कलेजा कांप गया। अधिकांश घरों में चूल्हे ठण्डे रहे वहीं राखी के त्यौहार का उत्साह भी गांव में फीका हो गया।