उन्होंने कहा कि एड्स जैसी बीमारियों को लेकर लापरवाही भविष्य के लिए बहुत घातक साबित होगी। हमें सदैव सतर्क रहकर आमजन में फैली भ्रातिंयों का दूर करने का प्रयास करना चाहिए। संदर्भ व्यक्ति राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर के एआरटी सेन्टर के कांउसलर डॉ. अन्नत सचान ने कहा कि गलतियां व लापरवाहियां बीमारियों को बढ़ावा देती है। अभिभावकों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों का फिडबैक लेते रहे।
कांउसलर मनीष शर्मा ने पीपीटी के माध्यम से एचआईवी व एड्स के संक्रमण के फैलने के कारणों तथा बचाव के तरीकों के बारे में बताते हुए कहा कि एड्स की जांच, परामर्श तथा दवाइयां निशुल्क है। आम युवाओं को पहल करके एड्स के बारें में फैली भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए।
पूर्व क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेन्द्र तनसुखाणी तथा अजीमप्रेमजी फांउडेशन से संदीप चौधरी ने भी विचार व्यक्त किए। नेहरू युवा केन्द्र बाड़मेर के लेखाकार घेवरचंद प्रजापति ने आभार व्यक्त किया। संचालन स्वामी विवेकानंद युवा मंण्डल धनाऊ के अध्यक्ष सद्दाम हुसैन ने किया।