बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। पीएम मोदी की चुनावी सभा के बाद तो यहां निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी को रोकने के लिए स्टार प्रचारकों की फौज लगी हुई है। WWF के सुपरस्टार दलीप सिंह राणा उर्फ ग्रेट खली की एंट्री के बाद अब बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत यहां आ रही है। ऐसी भी चर्चा है कि बॉलीवुड स्टार सनी देओल भी यहां चुनाव प्रचार के लिए आंएगे। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि खेल जगह की हस्ती के बाद अब बॉलीवुड सितारों की एंट्री से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी को कितना नुकसान हो सकता है।
एक सीट के लिए दो रोड करेंगी कंगना रनौत
जानकारी के मुताबिक बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत 23 अप्रैल से दो दिवसीय राजस्थान दौरे पर रहेंगी। पहले दिन मंगलवार को कंगना रनौत जोधपुर और पाली में रोड शो करेंगी। इसके अगले दिन बुधवार को कंगना रनौत बाड़मेर और जैसलमेर में रोड शो करेंगी। वो बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी के समर्थन में वोट मांगेंगी। यह भी माना जा रहा है कि बॉलीवुड स्टार सनी देओल भी जैसलमेर में चुनाव प्रचार के लिए आंएगे। हालांकि, अभी तक सनी देओल के दौरे को लेकर अधिकारिक जानकारी नहीं है। ये भी पढ़ें : दुष्यंत 5वीं बार सांसद बनने को आतुर, ‘भाया’ की BJP का किला भेदने की कोशिश इन स्टार प्रचारकों ने कल जमाया रंग
बाड़मेर में अब कांग्रेस-भाजपा औैर निर्दलीय तीनों का संघर्ष इस कदर पहुंच गया है कि दोनों ही मुख्य दलों ने पूरा चक्रव्यूह रच लिया है। रविवार को बाड़मेर में भाजपा ने दलीप सिंह राणा उर्फ ग्रेट खली, रिछपाल मिर्धा, केबिनेट मंत्री अर्जुन मेघवाल, ओंकारसिंह लखावत के अलावा भी कई नेताओं को कई जगह मैदान में उतारकर यहां सभाएं करवाई हैं। इधर, कांग्रेस ने जिग्नेश मेवाणी को बाड़मेर में बुलाया, जहां पर उनकी सभाएं बॉर्डर के गांवों में हुई है। दूसरी ओर निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्रसिंह भाटी भी अपने तूफानी दौरों में लगातार जुटे हुए हैं।
बाड़मेर में ऐसा माहौल पहले कभी नहीं
बाड़मेर अब तक सोशल स्ट्रक्च यानि जातिगत समीकरण पर चुनाव लड़ता रहा है। जिसमें जातीय वोटों का गणित साधना और फिर उनकी बैठकों में हल्के और कुछ गर्म माहौैल में चुनाव हुआ है लेकिन, इस बार यह सोशल मीडिया का युद्ध ऐसा शुरू हुआ है कि यहां पर अब चुनाव किसी रण से कम नहीं है। आखिरी दिनों में गांव-गांव में भीड़-भड़ाका-जुबानी जंग-डायलॉग और एक-एक वोट को घेरने की व्यूह रचना ने प्रदेश की सबसे हॉटसीट बनी बाड़मेर में राजनीति का पारा 50 डिग्री पार पहुंचा दिया है।