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पन्द्रह दिन से फिराक में थे
पुलिस के मुताबिक आला दर्जे के नकबजन पृथ्वीसिंह ने करीब पंद्रह दिन पहले सुपारी ली थी। सुपारी लेने के बाद से वह मोतीसिंह के अपहरण की फिराक में था। रविवार दस जुलाई शाम पांच बजे उसने अपने गुर्गों के साथ मिलकर राय कॉलोनी स्थित पांच बत्ती चौराहे से मोती का अपहरण कर लिया और उसके हाथ-पांव तोड़ कर उसे देरासर के पास सड़क किनारे फेंक दिया। पृथ्वी चोरी व नकबजनी के मामलों में सजायफ्ता है। वहीं सुपारी की सौदेबाजी करवाने वाला हिंदूसिंह ओएस मोटर्स में 74 लाख रुपए की लूट की के मामले में सजाकाट चुका है।
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खुलासे में इनका योगदान
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह व पुलिस उप अधीक्षक आनंदसिंह की निगरानी में शहर कोतवाल उगमराज सोनी, एसआई लूणाराम, हैड कांस्टेबल रावताराम, भादरराम, अमीन खां, महीपालसिंह, प्रेमाराम, कांस्टेबल भूपेंर्द्सिंह, लूंभाराम, अर्जुनसिंह, नखतसिंह, ममता, राजकुमार व स्वरूपसिंह ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए वारदात का खुलासा किया।
ऐसे हुआ खुलासा : वारदात के तुरंत बाद शक की सूई रेणु के परिवार की ओर घूम गई। पुलिस ने रेणु के भाई राजकुमार व मां कमला से कठोरता से पूछताछ की। पूछताछ से मिली राह के बाद पुलिस ने हिन्दूसिंह को पकड़ा। तीनों ने पूरी सच्चाई उगल दी। पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि पृथ्वीसिंह की तलाश जारी है। उसके गिरफ्त में आने के बाद वारदात में शामिल अन्य आरोपितों का खुलासा होगा।