वहीं कामकाज पर मॉनिटरिंग के उद्देश्य से कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगाएं हैं। अब पुलिस की मंशा है कि दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों में से एक कैमरा दुकान के बाहर लग जाए ताकि शहर की गलियों में चोरी व अन्य आपराधिक वारदातों पर अंकुश लग सके।
फैक्ट फाइल 45 की नफरी शहर कोतवाली में स्वीकृत 32 पुलिसकर्मी ही कार्यरत 07 पद चल रहे हैं रिक्त दुकानदारों से होगी बात गली-गली में चोरों का पीछा करने के उद्देश्य से लगाए जाने वाले कैमरों को लेकर पुलिस की ओर से शीघ्र ही उन दुकानदारों को चिन्हित किया जाएगा, जिनके यहां कैमरे लगे हुए हैं। सीसीटीवी के एक सेट में चार कैमरे होते हैं, इनमें से एक कैमरा पुलिस के कहने पर दुकान के बाहर लगाने के लिए व्यापारी को तैयार किया जाएगा।
ऐसे मददगार हुए सीसीटीवी केस-1 – गृहमंत्री राजनाथसिंह की जैसलमेर बाड़मेर यात्रा से ठीक पहले चार व पांच अक्टूबर की रात उण्डखा में रुका संदिग्ध देना बैंक के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद हुआ, जिसे बाद में पुलिस ने हुलिए के आधार पकड़ लिया।
केस-2 – शहर के नेहरूनगर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर गल्ले में हाथ डालकर एक ग्राहक ने पचास हजार रुपए उड़ा लिए। रुपए चुराने वाला सीसीटीवी में कैद हो गया। पुलिस ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर रुपए बरामद कर लिए।
केस-3- कृषि उपज मण्डी बाड़मेर में नाबालिगों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया, वे भी सीसीटीवी में कैद हो गए। पुलिस को वारदात खोलने में मदद मिली। दर्जनों वारदातों के खुलासे में सीसीटीवी कैमरे मददगार सिद्ध हुए हैं।
अपना शहर, अपने कैमरे कोतवाली पुलिस ने इस नवीनतम योजना का नाम अपना शहर, अपने कैमरे रखा है। कोतवाल के निर्देश पर शहर में 97 कैमराधारकों का चिह्निकरण किया गया है। सभी कैमराधारकों को पुलिस ने अपनी नवीनतम योजना से अवगत करवा दिया है।
एक सादे कागज पर पूरी योजना का खाका तैयार उन्हें यह समझाने की कोशिश की गई है कि यह योजना जनहित में है और इसमें पुलिस का सहयोग करें। गुरुवार शाम पांच बजे शहर कोतवाली थाने में पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में सीसीटीवी कैमराधारकों की एक बैठक रखी गई है, जिसमें योजना की विस्तृत जानकारी व क्रियान्विति की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे।
कार्ययोजना बना दी शहर में दुकानों के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों में से एक कैमरा दुकान के बाहर गली में लगाने की कार्ययोजना बनाई है। योजना से पुलिस अधीक्षक को अवगत करवा दिया है। इससे शहर भर में निगरानी बढ़ जाएगी और चोरी व अन्य आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगने के साथ वारदातों के खुलासे में मदद मिलेगी। -भंवरलाल सीरवी, थानाधिकारी पुलिस कोतवाली बाड़मेर
पत्रिका व्यू शहर कोतवाली थाने में 45 की नफरी स्वीकृत है। इसके विपरीत कार्यरत पुलिसकर्मियों की संख्या 32 ही है। नफरी की कमी के चलते रात्रि गश्त में पुलिसकर्मियों के साथ होमगार्ड को ड्यूटी देनी पड़ रही है। फिर भी पूरे शहर की निगरानी में जाप्ते की कमी ही रहती है।
ऐसे में शहर भर की गलियों में दुकानों व घरों के बाहर यदि सीसीटीवी कैमरे लग जाएंगे तो पुलिस की राह आसान हो जाएगी और तकनीकि तौर पुलिस जाप्ते की कमी पूर्ति हो जाएगी।