Rain News: सीमावर्ती इलाका हमेशा अकाल और सूखे के लिए पहचाना जाता रहा हैं। कई बार मौसम की बेरुखी की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं। हालांकि इस बार अच्छी बारिश होने से बाड़मेर के किसान काफी खुश हैं। एक लंबे इंतजार के बाद गडरारोड और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में मानसून ने दस्तक दे दी है। शुक्रवार रात और शनिवार सुबह से हुई झमाझम बारिश ने कस्बे और ग्रामीण इलाकों को तरोताजा कर दिया। बारिश से जहां ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है, वहीं किसानों के चेहरे पर भी रौनक आ गई है।
वहीं तेज बारिश से सड़कों पर पानी भर गया। बाड़मेर के गडरारोड में नवनिर्मित हाईवे तेज बारिश के चलते एक जगह से टूट गया। तेज बारिश के चलते खुडाणी से रानासर गडरारोड का संपर्क कट चुका है। यहां सड़क पर तीन से चार फीट पानी भर चुका है। डऊकिया की ढाणी क्षेत्र में पानी भर गया है।
वहीं बारिश के बाद किसानों को उम्मीद है कि उनकी मेहनत रंग लाएगी और फसलों की अच्छी पैदावार होगी। भारतीय किसान संघ के चमनलाल भूतड़ा बताते हैं कि गडरारोड, त्रिमोही, बांडासर, ओनाडा, करीम का पार, खानियानी, लालासर और उतरबा सिंचित क्षेत्र है। क्षेत्र में लगातार अच्छी बारिश से बाजरे और ग्वार के बंपर पैदावार की उम्मीद जगी है। वहीं जलस्तर बढ़ने से जीरे की फसलों को भी लाभ मिलेगा।
पर्यावरण प्रेमी सहजाद अली ने बताया कि पत्रिका के हरियालो राजस्थान अभियान और कई स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से बीएसएफ क्षेत्र, आर्मी कैंप, स्कूल, खेत और ग्राम पंचायतों में सघन पौधारोपण किया गया है। क्षेत्र में अच्छी बारिश से इन पौधों को जीवनदान मिलेगा। पूरे बाड़मेर जिले में लगभग सभी स्थानों पर अच्छी बारिश होने की जानकारी मिली है।