छात्रवृति योजना के समन्वयक हरि गढवाल ने बताया कि जिले में बालिका शिक्षा को बढावा देने के लिए विशेष प्रावधान के तहत 60 फीसदी सीटें बालिकाओं के लिए सुरक्षित है। साथ ही योजना में मेडिकल व तकनीकी श्रेणी के अलावा आवेदन के लिए प्राप्तांकों के प्रतिशत की कोई बाध्यता नहीं है।
3 श्रेणियों में छात्रवृत्ति
योजना में अभ्यर्थियों के खेल व कला के क्षेत्र में हुनर को अथवा विपरीत हालात के बावजूद आगे पढ़ाई जारी रखने वालों को 25-25 हजार का सहयोग किया जाएगा। दसवीं के बाद से कॉलेज तक के विद्यार्थी आर्थिक तंगी के कारण आगे पढ़ाई जारी रखने में परेशानी आ रही हो, खेल के क्षेत्र में स्पोर्ट्स सामग्री सबंधित जरूरत, तथा लोक कला के क्षेत्र में लोक गायन, परपरागत वाणी गायन, हरजस , हस्तशिल्प से जुङी जरूरतमंद प्रतिभाएं आवेदन कर सकती हैं। 12 वीं के बाद मेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाने वाले जरूरतमंद विधार्थी भी अक्षरा छात्रवृति के लिए आवेदन कर सकते है, जिन्हें 75 हजार रुपए मिलेंगे। ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के सचिव विक्रमसिंह ने बताया कि पढ़ाई छूटने की कगार पर आए तथा विपरीत आर्थिक हालात में अक्षरा छात्रवृति पाने वाले चार विद्यार्थी अपना मुकाम हासिल कर चुके है। अभ्यर्थी https// rumadevifoundation. org पर जाकर गूगल फार्म से आवेदन कर सकते हैं।