पूरे दिन निराहर रहकर पति की लम्बी आयु की कामना करेगी। पंडित सुनिल व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार यह पर्व कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस तिथि को संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा का विधान है।
चैथ पर्व को लेकर शनिवार को बाजार में करवा, कपड़े, मिठाई, पूजन सामग्री सहित अन्य दुकानों पर भीड़ नजर आई। चंद्र दर्शन के बाद खोलेंगी व्रतउपवास के दौरान शाम को कथा श्रवण के बाद महिलाएं चांद की पूजा करने के साथ पति की पूजा करेंगी। इसके बाद पति के दर्शन कर लम्बी आयु की कामना करेगी। देर रात उपवास खोलेगी। नव विवाहित व सुहागिनों के पर्व को लेकर उत्साह नजर आ रहा है।