महंगा पानी खरीद कर प्यास बुझानी तो जरुरतें पूरी करनी पड़ती है। कस्बेवासियों ने कई बार जलदाय विभाग को अवगत करवाया, लेकिन पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई है।
उपखंड बालोतरा की बड़ी ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत पचपदरा एक है। तहसील मुख्यालय पचपदरा की आबादी 15 हजार से अधिक है। वर्तमान में यहां हर गली-मोहल्ले में पेयजल किल्लत की स्थिति है। लंबे समय से बिगड़ी पेयजल आपूर्ति पर ग्रामीणों को दैनिक आवश्यकता के अनुरूप पानी उपलब्ध नहीं हो रहा।
पांच-सात दिन बाद इतना पानी की आता है कि दो दिन की आवश्यकता पूरी हो सके। ग्रामीणों के अनुसार जलदाय विभाग चार-पांच दिन के अंतराल में कम दबाब व कम समय के लिए खारा व मीठा पानी की आपूर्ति करता है। दो-तीन माह से जलापूर्ति बिगड़ी हुई है।
महंगा पानी खरीदने की मजबूरी के चलते गरीब व कमजोर परिवारों की हालत खस्ता है। कस्बे के खारवालों का मोहल्ला, भरावों का चौक, लालाणियों का मोहल्ला, मुख्य बाजार, ऊपरी वास, लूकड़ों की वास, वर्धमान कॉलोनी, भण्डारियों का मोहल्ला, मोतीचंद की वास आदि इलाकों में बिगड़ी जलापूर्ति से रहवासी अधिक परेशान है।
परेशान ग्रामीण विभागीय अधिकारियों को एक नहीं कई बार समस्या से अवगत करवा चुके है, लेकिन अधिकारी समाधान करने का आश्वासन देने के अलावा कुछ भी नहीं करते हैं। इससे ग्रामीण राहत को तरस गए हैं। अधिकारियों के समस्या का समाधान नहीं करने से ग्रामीणों में रोष है।
सर्दी में भी पेयजल संकट- कस्बे में लंबे समय से जलापूर्ति व्यवस्था बिगड़ी हुई है। सर्दी में भी हर दिन पानी के लिए तरसना पड़ता है। पानी खरीद कर जरूरतें पूरी करते हैं। विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। अधिकारी व्यवस्था सुधारें।
– सरस्वती संकलेचा