अंग्रेजी स्कूल में दा खिला चाहिए तो भामाशाह की सिफारिश लाइए |
यह किया परिवर्तन आदेश के अनुसार समस्त सरकारी व गैर सरकारी निजी व अनुदान प्राप्त व गैर अनुदान प्राप्त माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों को उक्त शुल्क अदा करना है चाहे वे खेलों में भाग ले या न लें। पूर्व में जहां सामान्य वर्ग के छात्र पर प्रति छात्र दस रुपए व आरक्षित वर्ग पर पांच रुपए शुल्क था, जिसे अब बढ़ा कर सामान्य वर्ग के लिए बीस व आरक्षित वर्ग के लिए दस रुपए प्रति छात्र वार्षिक किया गया है। यह आदेश सत्र 2022-23 से प्रभावीअब अंग्रेजी में मिलेगा कला का ज्ञान, महात्मागांधी विद्यालयों में इसी
सत्र से शुरूआत आयोजक स्कूल को मिलती है राशि जानकारी के अनुसार प्रतियोगिता क्रीड़ा शुल्क की राशि खेलकूद प्रतियोगिता करवाने वाले विद्यालय आयोजक स्कूल को मिलती है। इस राशि से आयोजक स्कूल खेलकूद सामग्री, खिलाडिय़ों के खाने व ठहरने का इंतजाम आदि करती है। हालांकि राशि कम होने के कारण प्राय: आयोजक स्कूल भामाशाहों व ग्रामीणों के सहयोग से ही खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाते हैं।बसंत कुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा