कर्मचारी नेता खींमकरण खींची, आईदानसिंह, नरेन्द्रसिंह, धनसिंह ने बताया कि एक तरफ निगम प्रशासन बिना किसी अवरोध के ठेकेदारों के भुगतान पारित हो रहे हैं एवं उसमें ना तो कटौती की जाती हैं और ना विलंब किया जाता हैं। लेकिन कर्मचारियों के वेतन एवं अन्य भत्तों को लेकर कभी बजट तो कभी फंड के पर ना नुकर कर शोषण कर रहा हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पर मुख्य अभियंता नरेन्द्र जोशी ने कर्मचारियेां को आश्वस्त किया कि वेतन का भुगतान कर्मचारियों के खाते में हो जाएगा। इस अवसर पर जनक गहलोत, मांगुदान, चैनाराम, देवेन्द्र, अंकुर वर्मा, चुन्नीलाल, धर्मेन्द्र, मुकेश कुमार, लक्ष्मणसिंह, गणपतसिंह, ठाकराराम प्रजापत, दीपक कुमार, हेमंत कुमार, राजेन्द्र सोनी, किशोर कुमार, बाबुलाल कोडेचा,डाउराम, अनिल कुमार, हिंगलाजदान, मूलाराम, भंवराराम, मुनेष बेनिवाल,सुमेरसिंह,जगदीश चौधरी, अनिल कुमार,गौतम परमार, नवीन मीणा, कालुराम, सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
विरोध प्रदर्शन के बाद जारी हुआ फंड
शुक्रवार को दोपहर में विरोध प्रदर्शन के करीब दो घंटे बाद निगम प्रशासन ने वेतन का फंड जारी किया। जिसके बाद कर्मचारियों के वेतन का चेक काटकर बैंक भिजवाया गया।